भारत के 9 शास्त्रीय नृत्य और उनके कलाकार | 9 classical dances of India and their artists
Misc GK

भारत के 9 शास्त्रीय नृत्य और उनके कलाकार

नृत्य (Dance) :− सू-सम्बद्ध लय और संगीत के साथ अकेले अथवा अन्य सहयोगियों के साथ थीरकन को ‘नृत्य’ कहा जाता है. जबकि, शास्त्रीय नृत्य परंपरागत रूप से प्रेम, भक्ति, समर्पण आदि का अभिव्यक्ति है. यह संकेतों, भाव-भंगिमा व शारीरिक क्रियाकलापों द्वारा किया जाता है. प्राचीन ग्रंथों में नृत्य का देवता नटराज शिव का वर्णन है […]

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जैन धर्म का इतिहास, प्रसार, दर्शन, सम्प्रदाय और मान्यताएं
History Misc GK

जैन धर्म का इतिहास, प्रसार, दर्शन, सम्प्रदाय और सिद्धांत

जैन धर्म एक प्राचीन धर्म है. यह अहिंसा और आत्म-संयम के माध्यम से आध्यात्मिक शुद्धता और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग सिखाता है. जैन धर्म का व्यापक प्रचार-प्रसार छठी शताब्दी ईसा पूर्व में भगवान महावीर के के समस्य हुए. भगवान महावीर जैन धर्म के 24वें और अंतिम तीर्थंकर थे. प्रथम तीर्थंकर ऋषभनाथ थे. जैन धर्म का

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व्यापार चक्र: अर्थ, परिभाषा, प्रकार, अवस्थाएं और सिद्धांत | Business Cycles Concept Types Phases Theories Remedies UPSC JRF State PCS BPSC MPSC GK UPSC in Hindi
Economics

व्यापार चक्र: अर्थ, परिभाषा, प्रकार, अवस्थाएं और सिद्धांत

व्यापार चक्र किसी अर्थव्यवस्था में समय के साथ आर्थिक गतिविधियों में होने वाले उतार-चढ़ाव को दर्शाता है. इसमें चढ़ाव के दौरान उच्च राष्ट्रीय आय, अधिक उत्पादन, अधिक रोजगार और ऊँची कीमतें होती हैं, जिसे समृद्धि काल कहा जाता है. इसके विपरीत, उतार के समय कम राष्ट्रीय आय, कम उत्पादन, कम रोजगार और नीची कीमतें पाई

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हरित क्रांति और सदाबहार क्रांति के लाभ, हानि और महत्व | Green Revolution and Concept of Evergreen Revolution in Hindi along with Pros and Cons
Economics

सदाबहार और हरित क्रांति के लाभ, हानि और महत्व

हरित क्रांति का अर्थ कृषि क्षेत्र में तीव्र गति से हुए उस बदलाव से है, जिसमें अल्प समय में कृषि उत्पादन में बड़ी वृद्धि हुई और जिसे आने वाले समय तक बनाए रखा जा सका. ‘हरित’ शब्द कृषि फसलों का संकेतक है और ‘क्रांति’ का तात्पर्य तेजी से हुए स्थायी परिवर्तन से है. इस प्रकार

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ऐतिहासिक अनुसंधान विधि | Historical Research Methods
History

ऐतिहासिक अनुसंधान विधि

ऐतिहासिक अनुसंधान विधि का सम्बन्ध मुख्यतः अतीत की घटनाओं, परिस्थितियों, और लोगों के अध्ययन से है. इसका मुख्य उद्देश्य भूतकाल के तथ्यों और प्रमाणों के आधार पर न केवल उस समय की सटीक जानकारी प्रदान करना है, बल्कि वर्तमान और भविष्य के परिप्रेक्ष्य में उन तथ्यों की व्याख्या भी करना है. यह अनुसंधान विधि वैज्ञानिक

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जल प्रबंधन: स्रोत, उपयोगिता, उपलब्धता, संकट, संरक्षण के उपाय | Water Management: Source, Utility, Availability, Crisis, Conservation Measures UPSC in Hindi
Ecology

जल प्रबंधन: स्रोत, उपयोगिता, उपलब्धता, संकट, संरक्षण के उपाय

जल प्रबंधन का तात्पर्य जल संसाधनों का उचित और सतत् उपयोग, संरक्षण और पुनर्भरण की प्रक्रिया से है. इसका उद्देश्य जल की उपलब्धता को वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं के अनुसार बनाए रखना होता है. इसमें जल संचयन, वितरण, पुनर्चक्रण, गुणवत्ता नियंत्रण, और जल संसाधनों का संतुलित उपयोग शामिल है. जल प्रकृति का उपहार है

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प्रवास का अर्थ, परिभाषा एवं कारण | Migration Meaning Definition Types Numbers Reasons Implications Importance
Civics

प्रवास का अर्थ, परिभाषा एवं कारण

व्यक्तियों के एक स्थान से दूसरे स्थान में जाकर बसने की क्रिया को प्रवास कहते हैं. इसके कई प्रकार हो सकते हैं. किसी दूसरे स्थान में आकर बसावट की प्रकृति के आधार पर इस प्रवास को (i) स्थाई अथवा (ii) अस्थाई कह सकते हैं. स्थाई प्रवास मेंं आए हुए व्यक्ति बसावट करने के बाद वापस

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संसदीय सरकार का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं गुण एवं दोष | Parliamentary form of Governance Features Pros and Cons UPSC in Hindi
Polity

संसदीय सरकार का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं गुण एवं दोष

संसदीय सरकार को उत्तरदायी सरकार भी कहते हैं. इसमें कार्यपालक शक्तियां एक मन्त्रिमण्डल में निहित होती हैं. इसलिए इसे मन्त्रिमण्डलात्मक सरकार भी कहा जाता है. संसदीय सरकार शासन की वह प्रणाली है जिसमें कार्यपालिका (मन्त्रिमण्डल) अपने कार्यों के लिए विधायिका (संसद) के प्रति उत्तरदायी होती है. इसलिए इसे उत्तरदायी सरकार भी कहा जाता है. इसमें

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महात्मा गाँधी का जीवन परिचय एवं शिक्षा-दर्शन |
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महात्मा गाँधी का जीवन परिचय एवं शिक्षा-दर्शन

महात्मा गाँधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी था. उनका जन्म 2 अक्टूबर,1869 को गुजरात के काठियावाड़ जिले के पोरबन्दर नामक स्थान पर हुआ था. उनके पिता करमचंद गाँधी पोरबन्दर रियासत के दीवान थे. बाद में वे राजकोट और कुछ समय बाद बीकानेर के भी दीवान बने. वे ईमानदार, साहसी एवं उदार प्रकृति के व्यक्ति

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74वां संविधान संशोधन क्या है? इसके उद्देश्य और अवधारणा | What is the 74th Constitutional Amendment? Its objectives and concept in Hindi UPSC
Civics

74वां संविधान संशोधन क्या है? इसके उद्देश्य और अवधारणा

सत्ता विकेन्द्रीकरण की दिशा में संविधान का 73वां और 74वां संविधान संशोधन एक महत्वपूर्ण और निर्णायक कदम है. 74वां संविधान संशोधन नगर निकायों में सत्ता विकेन्द्रीकरण का एक मजबूत आधार है. अत: इस अध्याय का उद्देश्य 74वें संविधान संशोधन की आवश्यकता और 74वें संविधान संशोधन में मौजूद उपबंधों और नियमों को स्पष्ट करना है.  भारत

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