Skip to content

माइक्रोसॉफ्ट विंडोज (Microsoft Windows) का इतिहास

कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम के दुनिया में माइक्रोसॉफ्ट विंडोज का इतिहास सवर्णिम रहा है. वर्ष 1985 में Microsoft corporation ने पहली बार Windows 1.0 Operating System को लांच किया था. पूरी तरह Graphical user interface आधारित यह सिस्टम जल्द ही बेहद लोकप्रिय हो गया. यही वजह थी कि IBM ने अपने कंप्यूटरों के लिए इस Operating System को आधिकारिक रूप से स्वीकृत और उपयोग किया. IBM के अलावा भी अन्य कंप्यूटर निर्माता कंपनियों ने अपने पर्सनल कंप्यूटरों में विंडोज का ही इस्तेमाल किया है.

Microsoft corporation 1985 से लेकर 2015 तक अभी तक Windows 1.0 से लेकर Windows10 तक Operating System के अलग-अलग वर्जन लांच कर चुका है. Windows Operating System का हर नया वर्जन यानी संस्करण पिछले वाले संस्करण में रह गई कमियों को दूर करके बनाया जाता रहा, जिसकी वजह से हर नया विंडोज सिस्टम उपयोगकर्ताओं के लिए और अधिक उपयोगी और लाभकारी बनता चला गया.

दुनियाभर के अधिकतर कंप्यूटरों में विंडोज सिस्टम इस्तेमाल किए जाने के पीछे शायद यही वजह है. यहां यह उल्लेखनीय है कि Windows 7.0 सबसे अधिक लोकप्रिय और सर्वाधिक इस्तेमाल किया जाने वाला Operating System है.

माइक्रोसॉफ्ट विंडोज (Microsoft Windows) का इतिहास

Windows 1.0 – 

Microsoft की ओर से वर्ष 1985 में यह सबसे पहला जीयूआई आधारित Operating System लांच किया गया था, इसकी सबसे बड़ी खासियत उपयोगकर्ता की जरूरत के हिसाब से मल्टीटास्किंग करना भी थी. 32X32 पिक्सल (Pixels) के आइकन और कलर स्कीम इस Operating System की विशेषताएं रहीं.

Windows 1.2 – 

Windows 1.0 की कामयाबी के दो साल बाद यानी वर्ष 1987 में Microsoft ने अपने Operating System का यह परिष्कृत स्वरूप पेश किया. इस Operating System की विशेषता यह थी कि इसमें विंडोज की ओवरलैपिंग (Overlapping) की सुविधा उपलब्ध थी. ओवरलैपिंग का मतलब यह है कि एक विंडो के उपर इसमें दूसरी विंडो खोली जा सकती थी.

Windows 2.0 – 

वर्ष 1987 में ही Microsoft कंपनी ने अपना अगला Operating System Windows  2.10 Operating System के नाम से लांच किया. इस Operating System की खासियत रही आभासी मशीन (Virtual Machines) इस मशीन का तात्पर्य ऐसे सिस्टम से है जो मुख्य कंप्यूटर से जुड़कर एक ऐसी व्यवस्था बनाता है, जो पूरे Operating System पर निगरानी रखते हुए जरूरत के हिसाब से किसी काम को करने के लिए हार्डवेयर को इस तरह नियंत्रित करते हैं कि वे एक ही कंप्यूटर में अवस्थित होने के बावजूद अलग-अलग काम करने में सक्षम हों.

Windows 3.0 – 

Microsoft ने वर्ष 1990 में यह Operating System जारी किया. गा्र फिकल यजू र इंटरफेस (GUI) इंटरफेस प्लेटफॉर्म पर यह विंडोज का सबसे सफल Operating System रहा. उस दौर के जीयूआई आधारित मैक और अमीगा Operating System के मुकाबले यह सिस्टम उतारा गया था, जो काफी हद तक उपयोगकर्ताओं को लुभाने में कामयाब भी रहा.

इस Operating System में पहली बार आइकन आधारित प्रोग्राम मैनेजर (Program Manager) और फाइल मैनेजर (File Manager) की व्यवस्था दी गई. इससे पहले Microsoft कंपनी के सभी पुराने Operating System में डॉस (DOS) आधारित फाइल और प्रोग्राम मैनेजर दिया जाता था. लेकिन विंडोज Operating System में ऐसी नयी सुविधाएं दी गई, जिनकी मदद से सिस्टम को केंद्रीयकृत (Centralised) करना आसान हो गया.

इनके अलावा विंडोज का बेहद लोकप्रिय गेम सॉलिटेयर पहली बार इसी सिस्टम में लांच हुआ. यही नहीं, आज टाइपिंग के लिए सर्वाधिक प्रयोग किया जाने वाला नोटपैड, कैल्कुलेट और कलरबार तथा विशेष मेनु के साथ पेंटब्रश भी परिष्कृत स्वरूप में इसी Operating System में लांच किए गए.

Windows 3.1 – 

विंडोज का यह नया परिश्कृत Operating System वर्ष 1992 में पेश किया गया. इस सिस्टम की खासियत थी मल्टीमीडिया और नेटवर्किंग की क्षमता. खास बात यह थी कि इस सिस्टम में पहली बार Microsoft मेल (Microsoft Mail) की सुविधा उपयोगकर्ताओं को मिली. इस सिस्टम में Microsoft ने नोटपैड के लिए तीन फॉन्ट का इस्तेमाल किया, ये थे: Times New Roaman, Arial और Courior New इनके अलावा चिह्नों (Symbols) को भी शामिल किया गया. 

Windows 3.11 – 

यह Operating System वर्ष 1993 में लांच किया गया था. इसकी खासियत यह थी कि इसमें 32 बिट नेटवर्किंग और 32 बिट फाइल सिस्टम की सुविधा उपलब्ध थी. इसके जरिये यह Operating System मल्टीटास्किंग के साथ मल्टीयूजर भी बन गया. इससे एक ही Operating System से एक साथ 20 से अधिक कंप्यूटरों को जोड़ना संभव हो सका. Microsoft की ओर से यह Operating System इस तरह तैयार किया गया था कि यह पर्सनल कंप्यूटरों के अलावा नेटवर्किंग उपयोगकर्ताओं और ऑफिस में उपयोग के लिए तैयार किया गया था. 

Windows 95 – 

वर्ष 1995 में Microsoft ने Windows 95 Operating System लांच किया. यह पूर्णत: 32 बिट Operating System था, जिसकी मदद से मल्टीटास्किंग और नेटवर्किंग का काम और अधिक आसान होता गया. सबसे बड़ी खासियत यह थी कि इस सिस्टम में Microsoft ने अपने शुरूआती सिस्टम डॉस (DOS) और Windows 3.1 के फीचर्स को संयुक्त करने में कामयाबी हासिल की.

प्लग एंड प्ले फीचर इस विंडोज के सबसे बड़े साधन (Tools) थे. आज भी हम कंप्यूटर पर जो स्टार्ट बटन देखते हैं (जिस पर क्लिक करने के बाद कंप्यूटर पर मौजूद सभी प्रोग्राम, फाइल मैनेजर आदि की सारिणी खुल जाती है) वह सबसे पहले इसी विंडोज Operating System में पेश किया गया था. यही नहीं, जब भी हम कोई प्रोग्राम बंद करना चाहते हैं तो उसके लिए हमें लबं ी प्रोसेस के बजाय सीधे क्लोज (Close) बटन पर क्लिक करना होता है. यह क्लोज बटन भी सबसे पहले Windows 95 में ही शामिल किया गया था.

Windows 98 –

साल 1998 में Microsoft ने यह ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च किया, जिसकी सबसे बड़ी विशेषता यह थी कि इसने इंटरनेट का उपयोग करना सरल और सुलभ बना दिया. पहली बार इस ऑपरेटिंग सिस्टम में Microsoft ने इंटरनेट एक्सप्लोरर (Internet Explorer) 4.01 को शामिल किया.

इसके अलावा इंटरनेट पर इस्तेमाल की जा सकने वाली अन्य एप्लीकेशन जैसे आउटलुक एक्सप्रेस, विंडोज एक्सप्रेस बुक, फ्रंटपेज एक्सप्रेस, Microsoft चैट, पर्सनल वेब सर्वर, वेब पब्लिशिंग विजार्ड, नेट मीटिंग भी इस Operating System में शामिल की गईं.

Windows ने वर्ष 1999 में इस Operating System में कुछ और सुधार करते हुए Windows 98 सेकंड एडिशन (SE) लांच किया. इस सिस्टम में इंटरनेट एक्सप्लोरर को और अधिक परिश्कृत करते हुए 5.0 वर्जन पेश किया गया. इसके अलावा पिछले सिस्टम में शामिल नटे शो प्लेयर की जगह विंडोज मीडिया प्लेयर भी डाला गया.

Windows 200 ME – 

इस Operating System का मूल आधार भी Windows 98 ही था. वर्ष 2000 में लांच किया गया यह Operating System इंटरनेट के बढ़ते स्कोप को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया था. इसमें अधिकतर फीचर्स Windows 98 वाले ही थे, लेकिन इसमें यह सुविधा दी गई थी कि इसकी मदद से इंटरनेट पर नेटवर्किंग का काम आसान हो सके. यही वजह थी कि इसे विंडोज एनटी भी कहा जाता है. Microsoft ने इस सिस्टम के चार वर्जन प्रोफेशनल, सर्वर, एडवांस्ड सर्वर और डाटा सर्वर लांच किए. इससे यह सिंगल यूजर से लेकर मल्टी यूजर तक के लिए उपयोगी Operating System बन सका.

Windows XP – 

Windows एनटी फैमिली की अगली कड़ी के तौर पर वर्ष 2004 में यह Operating System लांच किया गया. शुरूआत में यह सिस्टम व्यावसायिक उपयोग के लिए ही तैयार किया जा रहा था, लेकिन पर्सनल कंप्यूटरों की बढ़ती मांग को देखते हुए इसे पर्सनल और व्यावसायिक दोनों उपयोग के लिए बनाया गया. इस सिस्टम की खासियत इसका बेहतर जीयूआई, सुधारीकृत हार्डवेयर सपोर्ट, विस्तृत मल्टीमीडिया श्रृंखला रहीं. विंडोज एक्सपी इस कदर लोकप्रिय हुआ कि लांचिंग के महज पांच साल के भीतर चार लाख कंप्यूटरों पर यह Operating System इंस्टॉल कर लिया गया था. वर्ष 2014 में पूरी तरह बंद होने तक यह Operating System प्रयोग करने वाले कंप्यूटर उपयोगकर्ताओं की संख्या दुनियाभर में दस लाख से भी अधिक हो चुकी थी.

Windows  Vista- 

वर्ष 2007 में Windows का यह Operating System लांच किया गया. इसमें नेटवर्किंग की बेहतर सुविधाओं के साथ प्रिंट, ऑडियो प्ले, Windows डीवीडी मेकर जैसे नये फीचर्स भी शामिल किए गए. इस सिस्टम में सबसे अहम खासियत थी इसका ऐरो ग्लास लुक (Aero Glass Look) इसके तहत Windows के पिछले Operating System में चले आ रहे ग्राफिक यूजर इंटरफेस (Graphical User Interface) को रि-डिजाइन करने के साथ आकर्षक स्वरूप दिया गया.

इसके तहत लेआउट में बदलाव के साथ एप्लीकेशन में भी उपयोगकर्ता के लिए उपयोगी परिवर्तन किए गए. संचार (Communication) के स्तर पर यह विंडो प्रोग्राम लिखने वाले विशेषज्ञों के लिए खासी मददगार साबित हुई. इसके अलावा इस Windows में नेटवर्किंग पर खासा ध्यान दिया गया था. इसके तहत इस Operating System की मदद से अलग-अलग कंप्यूटरों पर मल्टीमीडिया, फाइलों का आदान-प्रदान कर पाना संभव हो सका.

लेकिन परेशानी यह थी कि इस Windows को चलाने के लिए सिस्टम में काफी हैवी हार्डवेयर की जरूरत होती थी. इसके अलावा इसकी लाइसेंसिंग प्रक्रिया भी काफी जटिल थी. सुरक्षा के पहलू पर भी इसकी गुणवत्ता को लेकर सवाल उठते रहे. इसके बावजूद वर्ष 2009 में Windows के नये वर्जन Windows 7 की लांचिंग तक दुनियाभर में चार लाख से अधिक इंटरनेट यूजर्स विस्टा का प्रयोग करने लगे थे. हालांकि, यह संख्या Windows एक्सपी से काफी कम थी.

Windows 7 – 

Microsoft ने वर्ष 2009 में केवल पर्सनल कंप्यूटर के लिए अपना पहला ऑपरेटिंग सिस्टम, Windows 7, लॉन्च किया. Windows Vista में आलोचकों द्वारा बताई गई कमियों को दूर करने पर कंपनी ने Windows 7 में विशेष ध्यान केंद्रित किया था.

Windows ऐरो में लगातार सुधार के साथ इस सिस्टम में कुछ नये फीचर्स जोड़े गए, जिनमें इंटरनेट एक्सप्लोरर 8, विंडोज मीडिया प्लेयर, विंडोज मीडिया सेंटर, सुरक्षात्मक प्रक्रियाओं के लिए एक्शन सेंटर, नया रिडिजाइन्ड टास्कबार और लाइब्रेरी शामिल हैं.

इस सिस्टम को इस तरह तैयार किया गया कि यह कंप्यूटर के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच बेहतर सामंजस्य स्थापित करने का जरिया बन सके. सबसे बड़ी बात यह थी कि जिन आलोचकों ने विंडोज विस्टा पर सवालिया निशान खड़े किए थे, उन्होंने ही Windows 7 को अब तक का बेहतरीन Operating System करार दिया. 

Windows 7 Microsoft कंपनी के लिए बेहतरीन वरदान साबित हुआ. विशेष पहलू यह है कि कंपनी ने ऑनलाइन रिटेल कंपनी अमेजन.कॉम पर अपने इस उत्पाद की बिक्री शुरू की थी और महज छह महीने के भीतर ही एक लाख से अधिक ग्राहकों ने यह Operating System खरीद लिया जो 2012 तक करीब साढ़े साठ लाख हो गए. ताजा आंकड़ों पर नजर डालें तो Windows 7 डेस्कटॉप Operating System के मार्केट में 47.77 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है. यह Microsoft का सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला Operating System है.

Windows 8 –

Microsoft ने वर्ष 2012 में Windows 8 नाम से नया पर्सनल कंप्यूटर Operating System लांच किया. यह सिस्टम दरअसल, इस तरीके से डिजाइन किया गया है कि यह टैबलेट का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं के लिए मददगार साबित हो सके. मोबाइल फोन की दुनिया में इस समय तक एंड्रॉयड (Android) आईफोन Operating System (i- OS) Windows से काफी आगे निकल चुके थे. मूलत: Windows 8 का स्वरूप इस तरह रखा गया है कि इसे मेट्रो डिजाइन (Metro Design) कहा जाता है.

इसकी होम स्क्रीन पर प्रोग्राम और एप्लीकेशन पिछली Windows की तरह सारिणी में दिखने के बजाय ग्रिड में नजर आते हैं, ठीक वैसे ही जैसे हमें अपने मोबाइल फोन में दिखते हैं. Microsoft ने इस Operating System को इस तरह तैयार किया है कि यह माउस के साथ अंगुलियों से छूकर भी परफॉर्म (Perform) करे, यानी यह Operating System टचस्क्रीन (Touchscreen) प्रक्रिया पर काम करता है.

इसके अलावा सुरक्षा की दृष्टि से इस Operating System में इन-बिल्ट (In Built) एंटीवायरस (Antivirus) उपलब्ध है, साथ ही यह Microsoft स्मार्टस्क्रीन फिशिंग फिल्टरिंग (Microsoft Smart Screen Phishing Filtering) सिस्टम से भी ऑनलाइन जुड़ सकता है, जो वायरस से इस सिस्टम की रक्षा करता है. जुलाई 2015 में Microsoft ने अपना नवीनतम Operating System Windows 10 लांच किया है.

Windows 10 –

विंडोज़ 10 माइक्रोसॉफ्ट का सबसे लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम है. यह प्रदर्शन, उत्पादकता और आसान इंटरफ़ेस के लिए जाना जाता है. जुलाई 2015 में विंडोज 8.1 के स्थान पर इसे जारी किया गया. विंडोज 10 में कई नए फीचर्स पेश किया गया. इनमें सबसे ख़ास स्टार्ट मेनू को वापस लाना था. इसके कारण यह कम्प्यूटर समेत कई प्रकार के डिवाइस में उपयोग करने योग्य बन गया. अब यह लेपटॉप और डेस्कटॉप के अलावा टेबलेट, तथा IoT डिवाइसों में उपयोग लायक था.

इस वर्ज़न में सुरक्षा पर काफी ध्यान दिया गया था. नियमित अपडेट, विंडोज डिफेंडर और उन्नत गोपनीयता नियंत्रण, बिटलॉकर एन्क्रिप्शन, रिमोट डेस्कटॉप और उन्नत नेटवर्किंग टूल जैसी सुविधाएं इसके साथ दी गई. इन नए खूबियों के कारण ऑपरेटिंग सिस्टम के दुनिया में यह अपना शीर्ष मुकाम कायम रख पाया.

Windows 11-

Windows 11, Microsoft का नवीनतम ऑपरेटिंग सिस्टम, 5 अक्टूबर 2021 को लॉन्च किया गया था. इसमें एक नया और आकर्षक यूज़र इंटरफेस, बेहतर मल्टीटास्किंग फीचर्स, और गेमिंग के लिए अधिक उन्नत ग्राफिक्स सपोर्ट जैसी विशेषताएं शामिल हैं. Windows 11 में टास्कबार, स्टार्ट मेन्यू और विंडो मैनेजमेंट को अधिक सहज और आधुनिक रूप दिया गया है. साथ ही, इसमें Microsoft Teams का एकीकृत समर्थन और Android ऐप्स को Windows पर चलाने की क्षमता जैसी नई सुविधाएं भी जोड़ी गई हैं, जो इसे उपयोगकर्ताओं के लिए और भी उपयोगी बनाती हैं.

Spread the love!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

मुख्य बिंदु