Skip to content

भारत के 9 शास्त्रीय नृत्य और उनके कलाकार

नृत्य (Dance) :− सू-सम्बद्ध लय और संगीत के साथ अकेले अथवा अन्य सहयोगियों के साथ थीरकन को ‘नृत्य’ कहा जाता है. जबकि, शास्त्रीय नृत्य परंपरागत रूप से प्रेम, भक्ति, समर्पण आदि का अभिव्यक्ति है. यह संकेतों, भाव-भंगिमा व शारीरिक क्रियाकलापों द्वारा किया जाता है.

प्राचीन ग्रंथों में नृत्य का देवता नटराज शिव का वर्णन है जिसने 108 विभिन्न तरह के निर्णय का आविष्कार किया है जिसमें तांडव नृत्य प्रमुख है.

प्राचीन काल में नृत्य की दो शैलियां थी :−

1. तांडव : भगवान शिव द्वारा घोषित शक्तियुक्त मनुष्ययोचित नृत्य

2. लाश्य : मृदुल, शोभायुक्त स्त्री जाति का नृत्य.

भारतीय नृत्य तीन प्रकार के हैं : शास्त्रीय नृत्य, लोक नृत्य और जनजातीय नृत्य.

भारत के प्रमुख शास्त्रीय नृत्य एवं उनके कलाकार | Indian Classical Dance

भारत के प्रमुख शास्त्रीय नृत्य, उनकी कलाकार एवं विशेषताएं का वर्णन निम्नलिखित इस प्रकार है :-

1. भारतनाट्यम नृत्य (Bharatanatyam Dance) :− 

दक्षिण भारत की मुख्य शास्त्रीय नृत्य शैली, जिसमें कविता संगीत नृत्य एवं नाटक का अद्भुत समावेश होता है. भारतनाट्यम मुख्य रूप से मद्रास एवं तंजौर में प्रचलित है.

भारतनाट्यम शास्त्रीय नृत्य के मुख्य क्रम निम्न प्रकार से हैं : जाति−स्वरम, शब्दम, वरणम एवं तिल्लाना.

प्रमुख कलाकार :− पदम सुब्रह्मण्यम, यामिनी कृष्णमूर्ति, अरुंडेल रुक्मिणी देवी, मलाविका, साररुकई, एस.के. सरोज, लीला जैकसन, रामगोपाल, वैजयंती माला, कोमल वरदन आदि

2. कत्थक नृत्य (Kathak Dance) :− 

कथक नृत्य उत्तर भारत का कृष्ण द्वारा किया गया प्रमुख नटवरी नृत्य है, जिसे कथवरी नटवरी नृत्य भी कहा जाता है. इस शास्त्रीय नृत्य के दो अंग होते हैं : 1. तांडव 2. लास्य.

प्रमुख कलाकार :− लच्छू महाराज, अच्छन महाराज, शंभू महाराज, जमयाती जोशी, सितारा देवी, चंद्रलेखा, शोभना नारायण, गोपी कृष्ण, बिरजू महाराज, सुखदेव महाराज, मालविका सरकार, सुखदेव महाराज आदि

3. मोहिनीअट्टम नृत्य (Mohiniyattam Dance):− 

मोहिनीअट्टम नृत्य केरल की शास्त्रीय नृत्य शैली है जो भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप में केरल में सागर के तट पर किया था.

प्रमुख कलाकार :− हेमा मालिनी, तारा, निडुगड़ी, भारतीशिवाजी, श्रीदेवी, काला देवी, रागिनी देवी, गीता गायक, के. कल्याणीअम्मा तंकमणि, कनकरेली.

4. ओडीसी नृत्य (Odyssey Dance) :− 

ओडिशा में प्रचलित यह शास्त्रीय नृत्य शैली प्राचीनतम है तथा भगवान जगन्नाथ को समर्पित है. इसके मुख्य अंग नेत्र संचालन, ग्रीवा संचालन, हस्तक, मुद्राओं में पद संचलन हैं.

प्रमुख कलाकार :- कालीचरण पटनायक, इंद्रानी रहमान, काली चंद, सोनल मानसिंह माधवी मुद्गल सुजाता मिश्र, प्रियवदा मोहंती, मिनाती दास, संयुक्ता पाणिग्रही, मायाधर राउत, रंजना डेनियल्स आदि

5. कथकली नृत्य (Kathakali Dance) :− 

एक केरल और मलावर क्षेत्र की नृत्य शैली है पुरुष प्रधान रस नृत्य व संगीत और अभिनय की संयुक्त कला को कथकली की संख्या मिली है.

इसके दो प्रकार के पात्र होते हैं : 1. पाचा (नायक) 2. केटी (राक्षस)

प्रमुख कलाकार :− मृणालिनी साराभाई, उदय शंकर, कृष्ण कुटी, आनंद शिवरामन, संताराम, राम गोपाल, बलोल नारायण मैनन, रुक्मिणी देवी.

6. मणिपुरी नृत्य (Manipuri Dance) :−

मणिपुरी नृत्य पूर्वी बंगाल में पूर्वोत्तर प्रांतों की नृत्य शैली है जिसे लाइहरोबा तथा रास नृत्य के नाम से भी जाना जाता है.

मणिपुरी रास के निम्नलिखित प्रकार है : 1. बसंत रास 2. महारास 3. कंजूरास 4. गोस्टरास 5. नित्यरास 6. उखलरास.

प्रमुख कलाकार :− झावेरी बहनें, गंबिता देवी, सिंहजित सिंह, थाबंल यामा, रीता देवी, सविता देवी, कलावती देवी, निर्मला मेहता.

7. कुचिपुड़ी नृत्य (Kuchipudi Dance) :− 

दक्षिणी भारत केआंध्र प्रदेश का प्रसिद्ध नृत्य वैदिक एवं उपनिषदों में वर्णित धर्म का प्रसार करने वाला यह शास्त्रीय नृत्य भगवान एवं पुराण पर आधारित है.

कुचिपुड़ी नृत्य प्रमुख नाटक : दशावतार शब्दम, प्रहलाद शब्दम, श्रीराम पत्ताभिशेक, शिवाजी शब्दम आदि.

प्रमुख कलाकार :− स्वप्नसुंदरी, चिंताकृष्णमूर्ति, राजा रेड्डी, वेंप्रती सत्य नारायणन, यामिनी कृष्णमूर्ति, लक्ष्मी नारायण आदि.

8. सत्त्रिया नृत्य (Sattriya Dance) :-

इस नृत्य का उद्भव पूर्वोत्तर स्थित असम के मठों में वैष्णव संत द्वारा की गई थी. यह शैली 15वीं शताब्दी ई. से चली आ रही है और साल 2000 में संगीत नाटक अकादमी द्वारा इसे शास्त्रीय नृत्य का दर्जा दिया गया था.

सत्त्रिया नृत्य परंपरा हस्त मुद्रा, पदचाप, आहार्य, संगीत आदि के संबंध में कड़ाई से निर्धारित सिद्धांतों द्वारा संचालित होती है.

प्रमुख कलाकार :− गुरु जतिन गोस्वामी, गुरु घनकांत बोरा, माणिक बारबायन, भाबानंद बारबायन, मोनीराम दत्ता, डॉ भूपेन हजारिका, शारोदी सैकिया, इंदिरा पीपी बोरा, अनीता शर्मा, अन्वेषा महंत आदि.

9. छऊ नृत्य (Chhau Dance) :-

संगीत नाटक अकादमी भारत के केवल आठ शास्त्रीय नृत्यों को मान्यता देती है. लेकिन, संस्कृति मंत्रालय छऊ नृत्य को भी भारत का शास्त्रीय नृत्य मानता है. इस प्रकार भारत में शास्त्रीय नृत्यों की कुल संख्या नौ हो जाती है. सरायकेला और पुरुलिया छऊ को मुखौटे के साथ प्रदर्शित किया जाता है.

इसके तीन शैली है और स्थान के नाम पर इन तीनों का नामकरण किया गया है. यानी पश्चिम बंगाल का पुरुलिया छऊ, झारखण्ड का सरायकेला छऊ और ओडिशा का मयूरभंज छऊ. 2010 में, इस नृत्य शैली को नृत्य को यूनेस्को की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया गया है.

सुधेन्द्र नारायण सिंह देव, केदारनाथ साहू, मकरध्वज दरोगा, गंभीर सिंह मुड़ा, शशधर आचार्य, श्याम चरण पति, इलियाना सिटारिस्टी, गोपाल प्रसाद दुबे (सभी पद्म श्री), बिजोय प्रताप सिंह देव, सुभेन्द्र नारायण सिंह देव, अनंतचरण साईबाबू, ईशा शरवानी, तुषार कालिया, शेरोन लोवेन, सुकेश मुखर्जी आदि.

भारत के प्रमुख शास्त्रीय नृत्य की सूची | List of Indian Classical Dance

क्र. सं.शास्त्रीय नृत्यभावराज्यकलाकार
1.भारतनाट्यमलास्यतमिलनाडुयामिनी कृष्णमूर्ति, सोनल मानसिंह, रुक्मिणी देवी, दीवाल सरस्वती, पद्मा सुब्रमण्यम, मालविका सरकार, प्रियदर्शनी गोविंद, SK सरोज, रामगोपाल, लीला सैमसन, मृणालिनी साराभाई, वैजयंतीमाला बाली.
2.कुचिपुड़ीलास्यआंध्र प्रदेशयामिनी कृष्णमूर्ति, लक्ष्मी नारायण शास्त्री, राधा रेड्डी, स्वप्न सुंदरी, राजा रेडी, वेदांतम सत्यनारायण वेमंती चेनासत्यम.
3.ओडीसीलास्यओडीशासंयुक्त पानीग्राही, सोनलमान सिंह, किरण सहगल, माधवी मुद्गल, रानी कर्न, कालीचरण पटनायक, इंद्रानी रहमान, शेरोन लोबेन, गुरु : मोहन महापात्र, केलुचरण महापात्र, पंकज चरणदास, हरिकृष्ण बेहरा, मायाधर रावत.
4.कथकलास्यउत्तर भारतबिरजू महाराज, लच्छू महाराज, सुखदेव महाराज, सितारा देवी, गोपी कृष्ण, शोभना नारायण, मालविका सरकार, चंद्रलेखा, बिंदादीन महाराज, अच्छन महाराज, नारायण प्रसाद .
5.कथकलीतांडवकेरलबलतोल नारायण मैनन, उदय शंकर, कृष्ण नायर, संता राव, मृणालिनी साराभाई, आनंद शिवरामन, कृष्ण कुटी.
6.मणिपुरीलास्य, तांडवमणिपुरगुरु अमली सिंह, अतंब सिंह, नल कुमार सिंह, झावेरी बहनें, सविता मेहता, कलावती देवी, चारु माथुर, सोनारिक सिंह, गोपाल सिंह, बिंबावती.
7.मोहिनीअट्टमलास्यकेरलकल्याणी अम्मा, भारतीय शिवाजी, रागिनी देवी, हेमा मालिनी, श्रीदेवी, शांताराव, तारा निडीगाड़ी, गीता गायक
8.सत्त्रियालास्यअसमगुरु जतिन गोस्वामी, गुरु घनकांत बोरा, माणिक बारबायन, भाबानंद बारबायन, मोनीराम दत्ता, डॉ भूपेन हजारिका, शारोदी सैकिया, इंदिरा पीपी बोरा, अनीता शर्मा, अन्वेषा महंत आदि.
संगीत नाटक अकादमी मान्यताप्राप्त शास्त्रीय नृत्य

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *