Author name: Team PD

Team PD includes all the persons associated with this website. We together bring to the point clear concept articles for you, which is supported by vast knowledge of our team.

भारत में पर्यावरण और वन संरक्षण के कानून: प्रमुख अधिनियम और अन्य तथ्य | Laws for Environment and Forest Conservation in India: Major Acts and Other Facts in Hindi
Civics Ecology

भारत में पर्यावरण और वन संरक्षण के कानून: प्रमुख अधिनियम और अन्य तथ्य

भारत के पास अद्वितीय जैव विविधता और विशाल प्राकृतिक संसाधनों का भंडार है. यह पर्यावरण और वन संरक्षण को एक राष्ट्रीय प्राथमिकता मानता है. देश की पारिस्थितिक अखंडता को बनाए रखना, सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करना और भावी पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक विरासत को सुरक्षित रखना एक जटिल चुनौती है. इस दायित्व को पूरा […]

भारत में पर्यावरण और वन संरक्षण के कानून: प्रमुख अधिनियम और अन्य तथ्य Read More »

वित्त आयोग (अणु० 280): गठन, कार्य व शक्तियां तथा महत्व
Civics

वित्त आयोग (अनु० 280): गठन, कार्य व शक्तियां तथा महत्व

वित्त आयोग भारत के संघीय व्यवस्था में महत्वपूर्ण संवैधानिक निकाय है. इसका स्वरुप अर्धन्यायिक व सलाहकारी है. इसका प्राथमिक उद्देश्य केंद्र और राज्यों के बीच कर राजस्व के वितरण, राज्यों को सहायता अनुदान के सिद्धांतों और अन्य वित्तीय मामलों पर राष्ट्रपति को सिफारिशें प्रस्तुत करना है. इस प्रकार यह संस्था भारत के राजकोषीय संघवाद की

वित्त आयोग (अनु० 280): गठन, कार्य व शक्तियां तथा महत्व Read More »

पांचवीं और छठी अनुसूची के प्रावधान, समिति, महत्व व अनुच्छेद
Civics

पांचवीं और छठी अनुसूची के प्रावधान, समिति, महत्व व अनुच्छेद

भारतीय संविधान की पांचवीं और छठी अनुसूची में देश के विभिन्न राज्यों में रहने वाले अनुसूचित क्षेत्रों और जनजातीय समुदायों के प्रशासन और नियंत्रण से संबंधित हैं. इसका वर्णन संविधान के भाग 10 में अनुच्छेद 244 के उपबंध में है. इस प्रावधान का मुख्य उद्देश्य जनजातीय आबादी के हितों की रक्षा करना, उनकी संस्कृति को

पांचवीं और छठी अनुसूची के प्रावधान, समिति, महत्व व अनुच्छेद Read More »

बाबर के आक्रमण के समय भारत की स्थिति
History

बाबर के आक्रमण के समय भारत की स्थिति

16वीं शताब्दी में बाबर के आक्रमण के समय भारत की स्थिति अत्यन्त दयनीय थी. दिल्ली सल्तनत काफी कमजोर हो चुका था. पूरे भारत में अनेक छोटे-छोटे राज्यों का उदय हो चुका था. इनमें आपसी प्रतिस्पर्द्धा एवं वैमनस्य की भावना थी. ये सदैव एक दूसरे को पराजित एवं अपमानित करने का सपना देखा करते थे. इनमें

बाबर के आक्रमण के समय भारत की स्थिति Read More »

सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल, जीवन शैली, अर्थव्यवस्था व अन्य तथ्य
History

सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल, जीवन शैली, अर्थव्यवस्था व अन्य तथ्य

सिंधु घाटी सभ्यता को सैंधव या हड़प्पा सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है. यह दक्षिण एशिया के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में विकसित एक कांस्य युगीन सभ्यता थी.  यह प्राचीन विश्व में मिस्र और मेसोपोटामिया के साथ सबसे व्यापक और प्रारंभिक सभ्यता थी. नए शोधों के अनुसार, यह सभ्यता आज से करीब 8 हजार साल

सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल, जीवन शैली, अर्थव्यवस्था व अन्य तथ्य Read More »

भारत में वामपंथी उग्रवाद का इतिहास, पृष्ठभूमि और वर्तमान स्थिति
History Civics

भारत में वामपंथी उग्रवाद का इतिहास, पृष्ठभूमि और वर्तमान स्थिति

यह लेख भारत में वामपंथी उग्रवाद के उद्भव, कारणों, विभिन्न चरणों, लक्ष्यों व उद्देश्यों, प्रभावित क्षेत्रों, सांगठनिक ढांचे, आंतरिक सुरक्षा से संबंध, सरकारी प्रयासों व योजनाओं, तथा वर्तमान स्थिति का तथ्यात्मक रूप से वर्णन करती है. लेख में केवल प्रामाणिक या सरकारी स्त्रोतों से प्राप्त अनंतिम तथ्यों व आंकड़ों को समाहित किया गया है. वामपंथी

भारत में वामपंथी उग्रवाद का इतिहास, पृष्ठभूमि और वर्तमान स्थिति Read More »

पृथ्वी का भूवैज्ञानिक इतिहास: 5 इओन, महाकल्प, कल्प व युग | Geological History of Earth: 5 Eons, Ages, Periods and Eras
Geography

पृथ्वी का भूवैज्ञानिक इतिहास: 5 इओन, महाकल्प, कल्प व युग

पृथ्वी का भूवैज्ञानिक इतिहास लगभग 4.54 अरब वर्ष पुराना है. इस इतिहास को भूवैज्ञानिक समय-मान (Geologic Time Scale) नामक एक कालानुक्रमिक प्रणाली के माध्यम से समझा जाता है, जो स्तरिकी (stratigraphy) को समय के साथ जोड़ती है. इस लेख में पृथ्वी के भूगर्भिक इतिहास के प्रमुख विभाजनों – इओन, महाकल्प, युग और कल्प – का

पृथ्वी का भूवैज्ञानिक इतिहास: 5 इओन, महाकल्प, कल्प व युग Read More »

भारत का महान्यायवादी (अटॉर्नी जनरल) | Attorney General of India
Civics

भारत का महान्यायवादी (अटॉर्नी जनरल, अनु० 76 )

भारत का महान्यायवादी संघ की कार्यपालिका का एक अंग है. महान्यायवादी (AG) देश कासर्वोच्च विधि अधिकारी होता है. संविधान के अनुच्छेद 76 में महान्यायवादी के पद से संबंधित प्रावधान किए गए है. कानूनी मामलों में केंद्र सरकार को सलाह एवं परामर्श देना इनका मुख्य काम है. औपनिवेशिक काल में भारत का महान्यायवादी भारत का महान्यायवादी

भारत का महान्यायवादी (अटॉर्नी जनरल, अनु० 76 ) Read More »

Scroll to Top