Education

'जैव प्रौद्योगिकी: इतिहास, क्षेत्र, सिद्धांत, उपकरण, अनुप्रयोग व अवधारनाएं
Biology

जैव प्रौद्योगिकी: इतिहास, क्षेत्र, सिद्धांत, उपकरण, अनुप्रयोग व अवधारनाएं

‘जैव प्रौद्योगिकी’ या ‘बायोटेक्नोलॉजी’ शब्द का जन्म “जीव विज्ञान (Biology)” और “प्रौद्योगिकी (Technology)” के मेल से हुआ है. सरल शब्दों में, यह ऐसी तकनीक है जिसमें जीवित प्राणियों, उनकी कोशिकाओं या उनसे प्राप्त तत्वों का उपयोग करके मानव जीवन के लिए उपयोगी उत्पाद और प्रक्रियाएँ विकसित की जाती हैं. सरल भाषा में, यह उन तकनीकों […]

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श्वेत क्रांति: भारत में दुग्ध उत्पादन और ग्रामीण विकास | White Revolution: Dairy Production and Rural Development in India | Piyadassi
Economics

श्वेत क्रांति: भारत में दुग्ध उत्पादन और ग्रामीण विकास 

श्वेत क्रांति को ‘ऑपरेशन फ्लड’ के नाम से भी जाना जाता है. यह भारत में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने और डेयरी उद्योग को मजबूत करने के उद्देश्य से शुरू किया गया एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन था. यह पहल भारत को डेयरी उत्पादों की कमी वाले देश से वैश्विक स्तर पर दुग्ध उत्पादन में अग्रणी बनाने पर

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भारत का 4 खनिज क्षेत्र, राष्ट्रीय खनिज नीति,  कानून व योजनाएं
Geography

भारत के 4 खनिज क्षेत्र, राष्ट्रीय खनिज नीति,  कानून व योजनाएं

भारत में अधिकांश खनिज क्षेत्र प्रायद्वीपीय भारत में पाये जाते हैं. इसलिए झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, ओडिशा, कर्नाटक, गुजरात तथा तमिलनाडु खनिज संसाधन की दृष्टि से देश के महत्त्वपूर्ण राज्य हैं.  उत्तर भारत के विशाल जलोढ़ मैदानी भू-भाग आर्थिक दृष्टि से उपयोगी खनिज-विहीन हैं. खनिजों की उपस्थिति कुछ विशिष्ट भू-वैज्ञानिक संरचनाओं से संबद्ध होती हैं.

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भारत के मुख्य फसलें, वर्गीकरण, क्षेत्र व अन्य तथ्य | Major Crops of India
Economics

भारत के मुख्य फसलें, वर्गीकरण, क्षेत्र व अन्य तथ्य | Major Crops of India

भारतीय कृषि में, फसलें मुख्य रूप से तीन प्रकार की होती हैं: खरीफ, रबी, और जायद. फसलें वे वनस्पतियाँ, पेड़-पौधे या पैदावार हैं जिन्हें मनुष्य या पशुओं के उपभोग के लिए बड़े पैमाने पर उगाया जाता है. फिर इन्हें काटा या तोड़ा जाता है. इन फसलों का उपयोग भोजन के रूप में किया जाता है,

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GI टैग और 2025 तक बिहार के13 प्रमाणित उत्पाद, विशेषता और क्षेत्र
Misc GK History

GI टैग और 2025 तक बिहार के 13 प्रमाणित उत्पाद, विशेषता और क्षेत्र

“GI टैग” का मतलब भौगोलिक संकेत (Geographical Indication) टैग है. यह एक ऐसा चिह्न है जो उन उत्पादों पर इस्तेमाल किया जाता है जिनकी एक विशिष्ट भौगोलिक उत्पत्ति होती है और जिनके गुण या प्रतिष्ठा उस मूल स्थान के कारण ही होती है. GI टैग क्या है? (What is GI Tag in Hindi) GI टैग

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भारत के द्वीप समूह व द्वीप, इनके भूगोल, पारिस्थितिकी व जनजीवन
Geography

भारत के द्वीप समूह व द्वीप, इनके भूगोल, पारिस्थितिकी व जनजीवन

भारत के विशाल भौगोलिक में कई द्वीप और द्वीप समूह स्थित हैं. भारत के द्वीप समूह (Islands of India in Hindi) को मुख्यतः दो भागों में बाँटा जा सकता है- पहला बंगाल की खाड़ी में स्थित ‘अंडमान और निकोबार द्वीप समूह’ तथा अरब सागर में स्थित ‘लक्षद्वीप समूह’ तथा दूसरे अन्य द्वीप व द्वीप समूह.

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भारत का प्रायद्वीपीय पठार: पठार, पर्वत श्रृंखलाएँ और महत्व
Geography

भारत का प्रायद्वीपीय पठार: पठार, पर्वत श्रृंखलाएँ और महत्व

भारत का प्रायद्वीपीय पठार एक अनियमित त्रिभुजाकार आकृति वाला भूखंड है, जिसका विस्तार उत्तर-पश्चिम में अरावली पर्वतमाला व दिल्ली, पूर्व में राजमहल की पहाड़ियों, पश्चिम में गिर पहाड़ियों, दक्षिण में इलायची (कार्डमम) पहाड़ियों तथा उत्तर-पूर्व में शिलॉंग एवं कार्बी-एंगलोंग पठार तक है. इसकी औसत ऊँचाई 600-900 मीटर है. यह गोंडवानालैंड के टूटने एवं उसके उत्तर

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गंगा का मैदान: भौगोलिक तथ्य, कृषि, जनजीवन व जलवायु
Geography

गंगा का मैदान: भौगोलिक तथ्य, कृषि, जनजीवन व जलवायु

गंगा का मैदान भारत के उत्तर में स्थित विशाल मैदान का ही एक खंड हैं.  गंगा का मैदान दक्षिण एशिया का एक विशाल और महत्वपूर्ण भू-भाग है. भारत के सबसे महत्वपूर्ण और उपजाऊ भौगोलिक क्षेत्रों में से एक है. गंगा का मैदान मुख्य रूप से हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड (कुछ भाग) और पश्चिम

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उत्तर भारत का विशाल मैदान, इनका निर्माण, विशेषता, क्षेत्र और विभाजन
Geography

उत्तर भारत का विशाल मैदान, इनका निर्माण, विशेषता, क्षेत्र और विभाजन

उत्तर भारत के मैदान का निर्माण मुख्यतः सिंधु, गंगा व ब्रह्मपुत्र नदी तथा इनकी सहायक नदियों द्वारा लाए गए अवसादों के निक्षेपण से हुआ है. इसलिए, इन्हें गंगा व ब्रह्मपुत्र का मैदान भी कहते हैं. यह मैदान पश्चिम में सिंधु नदी से लेकर पूर्व में ब्रह्मपुत्र नदी तक फैला हुआ है. यह एक समतल मैदान

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भारत की प्रमुख घाटी, उनका भूगोल, खासियत और रोचक तथ्य
Geography

भारत की प्रमुख घाटी, उनका भूगोल, खासियत और रोचक तथ्य

घाटी (Valley) एक भौगोलिक निचला क्षेत्र है जो अक्सर पहाड़ों या पहाड़ियों की दो श्रेणियों के बीच स्थित होता है. यह आमतौर पर एक नदी या हिमनद (ग्लेशियर) द्वारा समय के साथ भूवैज्ञानिक अपरदन (erosion) की प्रक्रिया से बनता है. घाटी (Valley) की विशेषताएं अर्थ (What is a Valley): यह अपने आसपास के ऊँचे भूभाग

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