आर्थिक उदारीकरण और इसके प्रभाव
भारतीय अर्थव्यवस्था में उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण (LPG) का शुरुआत वर्ष 1991 से माना जाता है. इसका श्रेय मुख्य तौर पर भारत के नौवें प्रधानमन्त्री पी. वी. नरसिम्हा राव को दिया जाता है. इनके कार्यकाल के दौरान पांच उद्योगों को छोड़कर अन्य सभी उद्योगों को लाइसेंसिंग के प्रभाव से मुक्त कर दिया गया. सरकार के […]