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कृषि को प्रभावित करने वाले कारक, Factors those affect agriculture
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कृषि को प्रभावित करने वाले 10 कारक

कृषि कार्य को प्राकृतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक कारक प्रभावित करते हे. प्राकृतिक वातावरण कृषि का आधार होता है अत: यह प्रत्यक्ष रूप से कृषि को प्रभावित करता हे. कृषि को प्रभावित करने वाले भौतिक कारक इस सभी कारकों के प्रभाव स्वरूप ही कृषि में विशिष्टता आती हे. अत: कृषि को प्रभावित करने वाले कारकों […]

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उत्पाद नियोजन क्या है? उत्पाद नियोजन की आवश्यकता एवं महत्व
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उत्पाद नियोजन क्या है? उत्पाद नियोजन की आवश्यकता एवं महत्व

उत्पाद नियोजन से आशय उन प्रयासों से है जिनके द्वारा बाजार या उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं एवं इच्छाओं के अनुरूप उत्पाद या उत्पाद श्रृंखला को निर्धारित किया जाता है. दूसरे शब्दों में हम कह सकते है कि उत्पाद नियोजन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा उपभोक्ताओं की इच्छाओं एवं आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए उपयोगी उत्पादों को

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मौद्रिक नीति क्या है? RBI इसमें हस्तक्षेप क्यों करता है? Monetary Policy deciding Factors in Hindi, RBI Policy, Reserve Bank of India, Role of RBI in Banking Sector, Inflation and Deflation Control
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मौद्रिक नीति क्या है? RBI इसमें हस्तक्षेप क्यों करता है?

मौद्रिक नीति किसी भी देश का आर्थिक विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और कॉर्पोरेट जगत में व्यापक चर्चा में रहते है. आज के समय वैश्विक अर्थव्यवस्था आपस में जुड़कर एकल अर्थव्यवस्था का रूप ले चुका है. ऐसे में एक देश के मौद्रिक नीति का असर दूसरे देश पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अक्सर हो जाता है.

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प्रयोगशाला निर्मित हीरे (LGDs) - a group of white crystals
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प्रयोगशाला निर्मित हीरे (LGDs)

प्राकृतिक हीरों का निर्माण पृथ्वी के काफी गहराई में अत्यधिक तापमान और दवाब के कारण कोयला या कार्बन के क्रिस्टलीकरण से बनता है. जबकि, प्रयोगशाला निर्मित हीरे किसी इंसान द्वारा प्रयोगशाला में आदर्श परिस्थिति में बनाया जाता है. इसलिए इन हीरों को हम कृत्रिम हीरे (Synthetic Diamonds) भी कह सकते है. अपने अद्वितीय गुणों के

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चक्रीय प्रवास और भारत, Circular Migration in Hindi for UPSC, Migration for Emploment, Impact of Unemployment, Joblessness Impact on Economy,
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चक्रीय प्रवास और भारत

चक्रीय प्रवास (Circular Migration) या रिपीट माइग्रेशन (Repeat Migration), रोजगार के लिए किसी व्यक्ति का अपने घर से दूर किसी स्थान पर जाना और कुछ समय बाद अपने गृह क्षेत्र में आवास आना है. इस प्रकार के प्रवास में कोई व्यक्ति रोजगार के लिए थोड़े वक्त के लिए पलायन करता है. फिर वह वापस अपने

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मुद्रास्फीति का प्रकार, गणना, कारण और प्रभाव - Inflation, its types, calculation, causes and effects
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मुद्रास्फीति का प्रकार, गणना, कारण और प्रभाव

वर्तमान दौर में वैश्विक अर्थव्यवस्था मुद्रास्फीति के दौर से गुजर रहा है. अमेरिका जैसे अर्थव्यवस्था पर भी इसका खासा असर देखा जा रहा है. इस वजह से मुद्रास्फीति पर चर्चा करते हुए समाचार पत्र और मैगजीन में कई लेख छप रहे है. वैसे भारत जैसे विकासशील अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति एक सामान्य परिघटना है, और इसमें

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स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट, एमएसपी और किसान समस्याएं
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स्वामीनाथन आयोग और एमएसपी

समय-समय पर स्वामीनाथन आयोग के रिपोर्ट के आधार पर कृषि उत्पादों का मूल्य तय करने का मांग उठते रहते है. कई किसान संगठन स्वामीनाथन आयोग के रिपोर्ट के अनुसार कृषि उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तय न करने का आरोप लगाते रहते है. एक बार फिर से किसानों ने सरकार द्वारा एमएसपी का एमएस

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अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के सिद्धांत, अर्थ, प्रभाव और उद्देश्य, International Trade and Theories in Hindi, Foreign Global Business, World Trade Organisation, Import and Export Business in Hindi, Foreign Exchange.
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अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के सिद्धांत और विशेषताएं

अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं या क्षेत्रों के आर-पार वस्तुओं, सेवाओं, प्रौद्योगिकी, पूंजी और अन्य भौतिक संसाधनों का आदान-प्रदान ही अंतर्राष्ट्रीय व्यापार है. दो या दो से अधिक देशों के बीच होने वाले इस वैश्विक कारोबार में दो या दो से अधिक व्यापारी जुड़े होते है. यह विनिमय प्रणाली सदियों से अस्तित्व में है. आदिकाल में लोग अपने

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1991 में उदारीकरण का भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
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आर्थिक उदारीकरण और इसके प्रभाव

भारतीय अर्थव्यवस्था में उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण (LPG) का शुरुआत वर्ष 1991 से माना जाता है. इसका श्रेय मुख्य तौर पर भारत के नौवें प्रधानमन्त्री पी. वी. नरसिम्हा राव को दिया जाता है. इनके कार्यकाल के दौरान पांच उद्योगों को छोड़कर अन्य सभी उद्योगों को लाइसेंसिंग के प्रभाव से मुक्त कर दिया गया. सरकार के

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जीएसटी के 6 साल, इतिहास, फायदे व नुकसान, GST, History, Benefits, Losses, Cooperative Federalism
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जीएसटी के 6 साल, इतिहास, फायदे व नुकसान

आजादी के बाद भारत में सिर्फ वस्तुओं के क्रय-विक्रय पर कर लगाया जाता था. फिर सेवाओं पर भी इसे आरोपित किया गया. धीरे-धीरे कई प्रकार के अप्रत्यक्ष कर केंद्र और सरकार द्वारा लगाए जाने लगे. इससे व्यापारियों को कई प्रकार के कर भुगतान करना पड़ा. इसी समस्या के समाधान के लिए एकल कर प्रणाली का

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