दिसंबर 2024 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपनी 2023-2024 वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि भारत की तटरेखा की लंबाई 7,516.6 किमी से बढ़कर 11,098.8 किमी हो गई है और यह लंबाई भी वर्तमान में समीक्षाधीन है. 7,516.6 किमी का आंकड़ा पहली बार 1970 के दशक में उस समय उपलब्ध माप तकनीकों के आधार पर दर्ज किया गया था.
1970 के दशक के पिछले अनुमान में भारत के तटरेखा को 1:4,500,000 रिज़ॉल्यूशन पर दिखाने वाले मानचित्रों पर भरोसा किया गया था. हाल ही में किए गए अपडेटेड माप — नेशनल हाइड्रोग्राफ़िक ऑफिस (NHO) और सर्वे ऑफ़ इंडिया द्वारा किए गए — में 1:250,000 के बहुत महीन पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक नेविगेशन चार्ट का इस्तेमाल किया गया. यह भारत के तटीय रेखा के विस्तार का मुख्य कारण है.