[Hindi] RRB/ RRC Railway Group ‘D’ Practice Set-02
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लिखित भाषा को पढ़ने की क्रिया को पठन कौशल (Reading Skill) कहा जाता है, जैसे पुस्तकों को पढ़ना, समाचारपत्रों को पढ़ना आदि. भाषा के संदर्भ में पढ़ने का अर्थ कुछ भिन्न होता है. भाव और विचारों को लिखित भाषा के माध्यम से पढ़कर समझने को पठन कहा जाता है. पठन कौशल का अर्थ (Meaning of
पठन कौशल क्या हैं? अर्थ, प्रकार, उद्देश्य और महत्व Read More »
व्यावसायिक शिक्षा दो शब्दों के संयोग से निर्मित है. जिसमें पहला शब्द व्यवसाय एवं दूसरा शब्द शिक्षा है. ’’व्यवसाय’’ शब्द जीविकोपार्जन के लिए अपनाये जाने वाले कारोबार के अर्थ में है तथा शिक्षा-संबंधित व्यवसाय के प्रशिक्षण के साथ सीखने से है. इस तरह, इस प्रकार का शिक्षा व्यवसाय संचालन संबंधी जानकारी प्रदान करती है. व्यवसाय
व्यावसायिक शिक्षा का अर्थ, परिभाषा, उद्देश्य, सामान्य सिद्धांत Read More »
शिक्षा का अर्थ शिक्षा के लिये प्रयुक्त अँग्रेजी शब्द एजुकेशन (Education) पर विचार करें तो भी उसका यही अर्थ निकलता है. इसके अंग्रेजी शब्द Education की उत्पत्ति लेटिन भाषा के शब्द Educatum से हुई है. Education का अर्थ शिक्षण की कला. ‘‘एजूकेशन’’ शब्द की उत्पत्ति लेटिन भाषा के तीन शब्दों से मानी गयी है. सरल
शिक्षा का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, उद्देश्य और महत्व Read More »
मानव सबसे बुद्धिमान और चिंतनशील प्राणी है. किन्तु कुछ लोग अपने क्षेत्र में सफल बनकर उभरते है तो कुछ पीछे रह जाते है. ऐसा हमारे द्वारा अपने व्यवहार में कई प्रकार के आदतों की अनदेखी और अनुत्पादक आदतों को शामिल करने से होता है. तो आइए इनसे निपटने के लिए कुछ सरल नुक्से समझते है:
छात्रों खासकर प्रतियोगी अभ्यर्थियों से बेहतर परिणाम का काफी उम्मीद होता है. इसी कारण कई बार अभ्यर्थी मानसिक तनाव का अनुभव करने लगते है. यह परीक्षा में उनके प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव डाल देता है. जब वे अपने परिणाम की तुलना अन्यों से करते है तो खुद के प्रदर्शन को खराब पाते है. अंततः वे
आज के समय में अधिकतर छात्र 12वीं में विज्ञान का चयन का करते है. ऐसा अधिकतर अभिभावकों के दवाब के कारण भी होता है. कई बार तो छात्र अनचाहे मन से भी इंजिनीरिंग या मेडिकल से सम्बन्धित क्षेत्र का ही चयन करते है. लेकिन विज्ञान और प्राद्यौगिकी में तरक्की के कारण आज के समय में
12वीं में विज्ञान के बाद करियर विकल्प का चयन कैसे करें? Read More »
टॉक्सिक पॉजिटिविटी, मानव के कई मनोवैज्ञानिक लक्षणों में से एक है. लेकिन, इसका विकास अक्सर स्वतः नहीं, बल्कि मजबूरी में करना पड़ता है. इस तरह यह मानव का स्वाभाविक लक्षण से दूर होता है, जो मानसिक स्वास्थ्य के नजरिए से सही नहीं है. वेरीवेल माइंडके मुताबिक, ‘आशावादी होने और सकारात्मक होने के कई लाभ हैं.
मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) में भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक मेलजोल में हमारा व्यवहार सामान्य होना शामिल है. यह हमारे सोचने, महसूस करने और कार्य करने के तरीके को प्रभावित करता है. इससे हमारा तनाव झेलने की क्षमता, दूसरों से व्यवहार व हमारा फैसला प्रभावित होता हैं. मानसिक स्वास्त्य का सही होना, बचपन से लेकर बुढ़ापा,