Civics

भारत के राष्ट्रपति: संवैधानिक स्थिति, शक्तियाँ और भूमिका
Civics

भारत के राष्ट्रपति: संवैधानिक स्थिति, शक्तियाँ और भूमिका

भारत के राष्ट्रपति, भारतीय गणराज्य का संवैधानिक (De Jure) प्रमुख होता है. राष्ट्रपति नाममात्र का कार्यकारी प्रमुख होता है, जबकि वास्तविक कार्यकारी शक्तियाँ प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद के पास होती हैं. यह लेख भारत के राष्ट्रपति से संबंधित सभी महत्वपूर्ण तथ्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करती है, जिसमें उनकी संवैधानिक स्थिति, चुनाव प्रक्रिया, शक्तियाँ, मंत्रिपरिषद के […]

भारत के राष्ट्रपति: संवैधानिक स्थिति, शक्तियाँ और भूमिका Read More »

लोकसभा का गठन, सदस्य, कार्य व शक्तियां
Civics

लोकसभा का गठन, सदस्य, कार्य व शक्तियां

भारतीय संसद के तीन अंग राष्ट्रपति, राज्यसभा एवं लोकसभा टॉपिक के अंतर्गत आज हम लोकसभा के कार्य एवं शक्तियां, इसके सदस्य एवं सदस्यों के निर्वाचन, कार्य और शक्तियां जैसे विषयों को जानेंगे. हम लोकसभा से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न इत्यादि विषयों पर यह लेख प्रस्तुत कर रहे हैं; जो निम्नलिखित इस प्रकार से

लोकसभा का गठन, सदस्य, कार्य व शक्तियां Read More »

राज्यसभा का गठन, शक्तियां एवं कार्य
Civics

राज्यसभा का गठन, शक्तियां एवं कार्य

भारत में केंद्रीय व्यवस्थापिका को ‘संसद’ के नाम से जाना जाता है, जिसका गठन राष्ट्रपति, राज्यसभा एवं लोकसभा से मिलकर होता है (अनुच्छेद 79). इन्हीं तीन अंगों में से एक प्रमुख अंग ‘राज्यसभा’ भी है. इसे उच्च सदन भी कहा जाता है. आज हम राज्यसभा से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों को जानेंगे; जैसे- राज्य सभा के

राज्यसभा का गठन, शक्तियां एवं कार्य Read More »

भारतीय संसद से संबंधित अनुच्छेदों (77 से 117) का संक्षिप्त विवरण
Civics

भारतीय संसद से संबंधित अनुच्छेदों (77 से 122) का संक्षिप्त विवरण

भारत के संविधान के भाग V में संघ सरकार के कामकाज के लिए प्रावधान हैं. एक तरह से यह भारतीय संसद का महत्वपूर्ण स्तम्भ है. यह भाग संघ स्तर पर सरकार की संसदीय प्रणाली, स्वतंत्र न्यायपालिका और शक्तियों का प्रभावी पृथक्करण स्थापित करता है. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 77 से 122 तक, केंद्र सरकार के

भारतीय संसद से संबंधित अनुच्छेदों (77 से 122) का संक्षिप्त विवरण Read More »

प्रधानमंत्री से जुड़े सामान्य ज्ञान, कार्यकाल, शपथ, पदत्याग, भारत का प्रधानमंत्री, नियुक्ति, कार्य और शक्तियाँ
Civics

भारत का प्रधानमंत्री, नियुक्ति, कार्य और शक्तियाँ

भारत का प्रधानमंत्री, भारतीय लोकतंत्र और शासन व्यवस्था का एक केंद्रीय स्तंभ है. भारत के संविधान के तहत, प्रधानमंत्री (PM) कार्यपालिका का प्रमुख होता है. वह सरकार के वास्तविक कार्यकारी नेतृत्व का प्रतीक है. वह राष्ट्रपति और मंत्रिपरिषद के बीच समन्वयक की भूमिका निभाता है. PM ही केंद्र सरकार की नीतियों और निर्णयों का नेतृत्व

भारत का प्रधानमंत्री, नियुक्ति, कार्य और शक्तियाँ Read More »

जन प्रतिनिधित्व अधिनियम (RPA), 1951 का महत्व और प्रासंगिकता
Civics

जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 का महत्व और प्रासंगिकता 

जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 (RPA, 1951) भारतीय चुनावी लोकतंत्र की आधारशिला है. यह संसद और राज्य विधानसभाओं के चुनावों के संचालन के लिए एक विस्तृत कानूनी ढाँचा प्रदान करता है. भारत के संविधान के अनुच्छेद 327 के तहत इसे बनाया गया है.  यह अधिनियम भारतीय संविधान के अनुच्छेद 324 से 329 के प्रावधानों का पूरक

जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 का महत्व और प्रासंगिकता  Read More »

आपातकालीन प्रावधान: अनुच्छेद, जरुरत और महत्व
Civics

आपातकालीन प्रावधान: अनुच्छेद, जरुरत और महत्व

भारतीय संविधान निर्माताओं ने ऐतिहासिक अनुभवों और वैश्विक घटनाओं से सीख ली. इसलिए, उन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा और अखंडता को ध्यान में रखते हुए आपातकालीन प्रावधान जोड़े. इसके कारण प्रशासनिक तंत्र के विफल होने पर, भारतीय संघीय ढाँचे का एकात्मक प्रणाली में परिवर्तित होने की क्षमता है. डॉ. बी.आर. अम्बेडकर ने इसे अद्वितीय बताया है.

आपातकालीन प्रावधान: अनुच्छेद, जरुरत और महत्व Read More »

केंद्र-राज्य सम्बन्ध पर विभिन्न आयोग और समितियों की सिफारिशें
Civics

केंद्र-राज्य सम्बन्ध पर विभिन्न आयोग और समितियों की सिफारिशें

नमस्कार दोस्तों! इस लेख के माध्यम से हम संक्षिप्त में केंद्र-राज्य संबंधों की प्रकृति और विस्तार से केंद्र-राज्य संबंधों के लिए स्थापित विभिन्न आयोगों या समितियों के संस्तुतियों को जानेंगे. केंद्र-राज्य सम्बन्ध की प्रकृति केंद्र-राज्य संबंध भारतीय संघवाद की बुनियाद हैं और राष्ट्रीय एकता तथा विकास को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. भारतीय

केंद्र-राज्य सम्बन्ध पर विभिन्न आयोग और समितियों की सिफारिशें Read More »

भारत में 'सहकारी संघवाद', स्वरुप और संबंधित निकाय | Co-operative Federalism in India and Related Agencies in India
Civics

भारत में ‘सहकारी संघवाद’, स्वरुप और संबंधित निकाय

नमस्कार दोस्तों! हमारा आज का विषय है “भारत में सहकारी संघवाद”. दोस्तों, इस लेख में माध्यम से हम केंद्र और राज्यों के बीच आपसी सहयोग से पनपे संघवाद के सहकारी स्वरुप की चर्चा करेंगे. इससे पहले हम भारत में संघवाद और इसके स्वरुप की चर्चा कर चुके है. लेकिन आज हमारा पूरा फोकस “सहकारी संघवाद”

भारत में ‘सहकारी संघवाद’, स्वरुप और संबंधित निकाय Read More »

प्रवास का अर्थ, परिभाषा एवं कारण | Migration Meaning Definition Types Numbers Reasons Implications Importance
Civics

प्रवास का अर्थ, परिभाषा एवं कारण

व्यक्तियों के एक स्थान से दूसरे स्थान में जाकर बसने की क्रिया को प्रवास कहते हैं. इसके कई प्रकार हो सकते हैं. किसी दूसरे स्थान में आकर बसावट की प्रकृति के आधार पर इस प्रवास को (i) स्थाई अथवा (ii) अस्थाई कह सकते हैं. स्थाई प्रवास मेंं आए हुए व्यक्ति बसावट करने के बाद वापस

प्रवास का अर्थ, परिभाषा एवं कारण Read More »

Scroll to Top