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विधानसभा अध्यक्ष के कर्तव्य और अधिकार, Duties and Rights of Legislative Assembly President
Civics

विधानसभा अध्यक्ष के कर्तव्य और अधिकार

जिस प्रकार लोकसभा के संचालन और गरिमा बनाए रखने के लिये लोकसभा अध्यक्ष और राज्यों में विधानसभा अध्यक्ष के पद का प्रावधान किया गया है. उसी प्रकार राज्यों में विधानसभा अध्यक्ष सदन की कार्यवाही और उसकी गतिविधियाँ के संचालन के लिए पूरी तरह जवाबदेह होता है. विधानसभा अध्यक्ष से यह अपेक्षित होता है कि वह […]

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शिक्षा का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, कार्य और महत्व, Education Explained in Hindi, Necessity of Education for Human Beings, Education for All.
Career Civics

शिक्षा का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, उद्देश्य और महत्व

शिक्षा का अर्थ शिक्षा के लिये प्रयुक्त अँग्रेजी शब्द एजुकेशन (Education) पर विचार करें तो भी उसका यही अर्थ निकलता है. इसके अंग्रेजी शब्द Education की उत्पत्ति लेटिन भाषा के शब्द Educatum से हुई है. Education का अर्थ शिक्षण की कला. ‘‘एजूकेशन’’ शब्द की उत्पत्ति लेटिन भाषा के तीन शब्दों से मानी गयी है. सरल

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डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जीवन परिचय, Dr. Sarvepalli Radhakrishnan, Teachers Day, Whom after 5 September is celebrated in India, Philosopher, Chancellor of BHU, Benaras Hindu University, Oxford University, Indian Education, Thesis Chor,
Misc GK

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जीवन परिचय 

डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितम्बर, 1888 को तिरुमनी गाँव, तमिलनाडु के एक छोटे से गाँव में हुआ था. इनकी माता का नाम सिताम्मा तथा पिता का नाम सर्वपल्ली किरास्वामी था. सर्वपल्ली नाम इस परिवार को विरासत में मिला था. इनके पूर्वज सर्वपल्ली गाँव के रहने वाले थे और 18वीं सदी में तिरुमनी गाँव

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सुमेरियन सभ्यता का सामाजिक और आर्थिक जीवन, Economic, Political, Social and religious activities during Ancient Sumerian or Mesopotamia Civilisation
History

सुमेरियन सभ्यता का सामाजिक और आर्थिक जीवन

सुमेरियन सभ्यता एवं नगर राज्यों का विकास दजला (टिगरिस) एवम् फरात (युफ़्रेटीस) नदियों के मध्य क्षेत्र में विकसित हुआ. दो नदियों के बीच के भूमि में स्थित होने के कारण इसे ‘मेसोपोटामिया का सभ्यता’ भी कहा जाता है. यूनानी में मेसोपोटामिया का अर्थ ‘दो नदियों की भूमि’ होता है. आधुनिक इराक़ बाबिल ज़िला, उत्तरपूर्वी सीरिया,

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समाजशास्त्र का उद्भव एवं विकास, Socialism Evolution and Development, Timeline, History Essay in Hindi for UPSC and State PCS CSE with definition.
Civics

समाजशास्त्र का उद्भव एवं विकास

समाजशास्त्र का उद्भव बहुत पुराना नहीं है. समाजशास्त्र को अस्तित्व में लाने का श्रेय फ्रांस के विद्वान आगस्त कोंत को जाता है. जिन्होंने 1838 में इस नए विज्ञान को समाजशास्त्र नाम दिया. मैकाइवर कहते है कि ‘‘विज्ञान परिवार में पृथक नाम तथा स्थान सहित क्रमबद्ध ज्ञान की प्राय: सुनिश्चित शाखा के रूप में समाजशास्त्र को

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संविधानवाद का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं एवं तत्व विकास, Constitutionalism Concept Explained for UPSC and State PCS in Hindi, Essay for CSE, Hindi Essay for CSE, Free
Civics Polity

संविधानवाद का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, तत्व एवं विकास

संविधानवाद का इतिहास भी उतना ही पुराना है, जितना राजनीतिक संस्थाओं का इतिहास. राजनीतिक संस्थाओं और राजनीतिक शक्ति के प्रादुर्भाव ने मानव को इनकी निरंकुशता के बारे में सोचने को बाध्य किया है. शक्ति मनुष्य को भ्रष्ट करती है और जब इसका सम्बन्ध राजनीतिक संस्थाओं या राजनीति से जुड़ जाता है तो इसके पथभ्रष्ट व

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कृषि को प्रभावित करने वाले कारक, Factors those affect agriculture
Economics

कृषि को प्रभावित करने वाले 10 कारक

कृषि कार्य को प्राकृतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक कारक प्रभावित करते हे. प्राकृतिक वातावरण कृषि का आधार होता है अत: यह प्रत्यक्ष रूप से कृषि को प्रभावित करता हे. कृषि को प्रभावित करने वाले भौतिक कारक इस सभी कारकों के प्रभाव स्वरूप ही कृषि में विशिष्टता आती हे. अत: कृषि को प्रभावित करने वाले कारकों

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सामाजिक परिवर्तन का चक्रीय सिद्धांत, Circular Theory of Social Transformation
Civics

सामाजिक परिवर्तन का चक्रीय सिद्धांत

सामाजिक परिवर्तन के संबंध में विद्वानों ने अपने-अपने सिद्धांत का उल्लेख किया है. इन सिद्धांतों को कई प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है. उद्वविकासवादी के प्रमुख प्रवर्तक हर्बर्ट स्पेन्सर हैं जिनके अनुसार सामाजिक परिवर्तन धीरे-धीरे, सरल से जटिल की और कुछ निश्चित स्तरों से गुजरता हुआ होता है. संरचनात्मक कार्यात्मक सिद्धांत के प्रवर्तकों में

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उत्पाद नियोजन क्या है? उत्पाद नियोजन की आवश्यकता एवं महत्व
Economics

उत्पाद नियोजन क्या है? उत्पाद नियोजन की आवश्यकता एवं महत्व

उत्पाद नियोजन से आशय उन प्रयासों से है जिनके द्वारा बाजार या उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं एवं इच्छाओं के अनुरूप उत्पाद या उत्पाद श्रृंखला को निर्धारित किया जाता है. दूसरे शब्दों में हम कह सकते है कि उत्पाद नियोजन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा उपभोक्ताओं की इच्छाओं एवं आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए उपयोगी उत्पादों को

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अलाउद्दीन खिलजी का राजनैतिक जीवन और आर्थिक सुधार
History

अलाउद्दीन खिलजी का राजनैतिक जीवन और आर्थिक सुधार

अलाउद्दीन खिलजी दिल्ली सल्तनत पर काबिज़ खिलजी वंश का दूसरा शासक था. वह मध्य एशिया से आए एक तुर्क गुलाम के वंश से था, जिसे पकड़कर भारत लाया गया था. अलाउद्दीन खिलजी अपने पूर्ववर्ती शासक जलालुद्दीन खिलजी का दामाद और भतीजा था. अलाउद्दीन खिलजी ने 19 जुलाई 1296 ई. में सुल्तान जलाउद्दीन खिलजी की हत्या

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