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मगध साम्राज्य के 3 प्रमुख राजवंश, उदय और विस्तार का कारण | 3 Dynasties of Magadh, rise, expansion and fall reasons explained in Hindi for UPSC BPSC UPPSC JPSC MPSC RPSC and Railways Competitive Government Exams in Hindi
History

मगध साम्राज्य के 3 प्रमुख राजवंश, उदय और विस्तार का कारण

684 ईसा पूर्व से 320 ईसा पूर्व तक भारत में मगध साम्राज्य का शासन था. मगध साम्राज्य का उदय राजा बिम्बसार (544-492 ई.पू.) के शासन काल में हुआ, जिन्होंने अपनी नीति और सैन्य ताकत से राज्य को शक्तिशाली बनाया. उनकी राजधानी राजगीर थी, जो नदियों और पहाड़ों से सुरक्षित थी, और उनके शासनकाल में कृषि […]

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16 महाजनपद, उनकी राजधानी, शासन-प्रणाली और विस्तार
History

16 महाजनपद, उनकी राजधानी, शासन-प्रणाली और क्षेत्र

बौद्ध ग्रन्थ अंगुत्तर निकाय में प्राचीन भारत के 16 महाजनपदों (या महान साम्राज्यों) का उल्लेख है. ये छठी शताब्दी ईसा पूर्व की शुरुआत में उभरे थे. ये महाजनपद छठी और चौथी शताब्दी ईसा पूर्व के बीच पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार में उल्लेखनीय रूप से विकसित हुए. नदी के जलोढ़ भूमि के कारण यहां

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भारतीय अर्थव्यवस्था की विशेषताएँ और खामियां | Features, merits and demerits of indian economy in hindi for UPSC and State PCS mains
Economics

भारतीय अर्थव्यवस्था की विशेषताएँ और खामियां

भारतीय अर्थव्यवस्था की में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है. वर्तमान में भारत  3.94 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. लेकिन, सर्वाधिक जीडीपी वाले शीर्ष के 10 देशों में सबसे कम प्रति व्यक्ति आय भारत की है. भारत और चीन, दोनों देशों को आधिक्य आबादी वाला देश माना जाता

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द्वितीय विश्व युद्ध के कारण, प्रमुख घटनाएं और परिणाम | Second World War Reasons, main incidents Result and Repercussions on the world
History

द्वितीय विश्व युद्ध के कारण, प्रमुख घटनाएं और परिणाम

द्वितीय विश्व युद्ध (World War II) 1919 के पेरिस शांति सम्मेलन के 20 वर्ष बाद 1939 में शुरू हुआ. 1 सितंबर 1939 को हिटलर के पोलैंड पर आक्रमण करने के बाद 3 सितंबर 1939 को इंग्लैंड ने जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा की. यह द्वितीय विश्वयुद्ध का आधिकारिक आगाज था.युद्ध के दौरान, केन्द्रीय शक्तियाँ—जर्मनी,

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जर्मनी का वाइमर संविधान: विशेषता, उत्पत्ति और पतन के कारण | Weimar Republic of Germany | Rise and Fall in Hindi UPSC BPSC State PCS Prelims and Mains Exam
History

जर्मनी का वाइमर संविधान: विशेषता, उत्पत्ति और पतन के कारण

जर्मनी का वाइमर संविधान, जिसे जर्मन संविधान के नाम से भी जाना जाता है. यह 1919 से 1933 तक वाइमर गणराज्य युग के दौरान जर्मनी का आधिकारिक संविधान था. इसे 11 अगस्त 1919 को लागू किया गया. इसमें लोकतांत्रिक शासन प्रणाली की स्थापना की गई, जिसमें राष्ट्रपति राष्ट्रप्रमुख और चांसलर सरकार का प्रमुख होता था.वाइमर

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भारत में कॉर्पोरेट धोखाधड़ी और सफेदपोश अपराध | Corporate Fraud and White-Collar Crime in India
Economics

भारत में कॉर्पोरेट धोखाधड़ी और सफेदपोश अपराध

वित्तीय क्षेत्र में कॉर्पोरेट धोखाधड़ी और सफेदपोश अपराधों (White Collar Crimes) का खबर आम होता जा रहा है. इस प्रकार के अपराध में हिंसा और शारीरिक नुकसान की कमी होती है. लेकिन ये अर्थव्यवस्थाओं, व्यवसायों और व्यक्तियों को महत्वपूर्ण नुकसान पहुंचाते हैं.  इसी तथ्य को ध्यान में रखकर, इस लेख में डिजिटल युग में कॉर्पोरेट

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समष्टि अर्थशास्त्र: परिभाषा, अवधारणा, महत्व, समस्या और सीमाएं | Macroeconomics: Definition, Concepts, Significance, Problems and Limitations in Hindi Concept Clear for UPSC State PCS JRF and other Competitive Examinations
Economics

समष्टि अर्थशास्त्र: परिभाषा, अवधारणा, महत्व, समस्या और सीमाएं

समष्टि अर्थशास्त्र (Macroeconomics) संपूर्ण अर्थव्यवस्था के स्तर पर आर्थिक समस्याओं का अध्ययन करता है जैसे कि राष्ट्रीय आय, राष्ट्रिय बचत, जीडीपी इत्यादि. दूसरी तरफ, व्यष्टि अर्थशास्त्र (Microeconomics) व्यक्तिगत स्तर पर आर्थिक समस्याओं को समझने पर ध्यान केंद्रित करता है, जैसे किसी एक परिवार, फर्म, उद्योग या बाजार की आर्थिक स्थिति. समष्टि अर्थशास्त्र का अर्थ (Meaning

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भारत की प्रमुख जनजातियां | Important Tribes of India and Their States
Misc GK Geography

भारत की प्रमुख जनजातियां, वितरण, आबादी, जीवन-शैली व समस्याएं

2011 की जनगणना के अनुसार भारत में जनजातियों की कुल जनसंख्या 10,42,81,034 है. जो भारत की कुल जनसंख्या का 8.6% हैं. जिसमे ग्रामीण जनसंख्या 11.3% जबकि शहरी जनसंख्या 2.8% हैं. भारत में जनजातियों का लिंगानुपात 990 हैं. जिस में सर्वाधिक लिंगानुपात गोवा (1046) तथा सबसे कम जम्मू कश्मीर (924) का है. दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा

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बिहार की प्रमुख भाषा व बोलियां, उनके क्षेत्र और इतिहास | Major Languages and Dialects of Bihar in Hindi
Misc GK

बिहार की प्रमुख भाषा व बोलियां, उनके क्षेत्र और इतिहास

प्रिय पाठकों! आज हम इस लेख में बिहार सामान्य ज्ञान से संबंधित टॉपिक बिहार की प्रमुख भाषा क्या है तथा बिहार की प्रमुख भाषा व बोलियां पर विस्तार से चर्चा करने वाले हैं इस लेख में बिहार की भाषा से संबंधित सारे प्रश्नों का जवाब मिल जाएगा. जाने बिहार की प्रमुख भाषा क्या है? बिहार

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उद्यमिता का अर्थ, सिद्धांत, प्रकार, उद्देश्य और महत्व | Meaning of Entrepreneurship, Types, Importance, Objectives, Nature in Hindi Concept Clear for UPSC and State PCS Explained
Economics

उद्यमिता का अर्थ, सिद्धांत, प्रकार, उद्देश्य और महत्व

उद्यमिता का तात्पर्य उस आर्थिक क्रिया से है जो बाजार में व्याप्त सम्भावनाओं को पहचान करता है. एक उद्यमी में अपने व्यवसाय एवं उद्योग में निहित विभिन्न अनिश्चितताओं एवं जोखिम का सामना करने की योग्यता एवं प्रवृत्ति होती है. उद्यमिता लोगों में नए प्रयोग, अनुसंधान और उपयोगिता सृजन की योग्यताएं विकसित कर समाज में रोजगार

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