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एप्पल इंक॰ कंपनी का इतिहास

अमेरिका के क्यूपर्टिनो, कैलिफ़ोर्निया में स्थित मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी एप्पल इंक॰ दुनिया के सबसे बड़ी कंपनियों में से एक हैं. इसका मुख्य कारोबार; मोबाईल, कंप्यूटर, गैजेट्स व सॉफ्टवेयर जैसे क्षेत्र में हैं. यदि आप आईफोन (iPhone) मोबाईल सेट को जानते है तो आपने इस कम्पनी के बारे में भी जरूर सुना होगा. तो आइये जानते है दुनिया सफलतम कंपनियों में से एक एप्पल इंक की विकास गाथा…

एप्पल इंक का स्थापना (Foundation of Apple Inc. in Hindi)

वर्ष 1975 में स्टीव जॉब्स अपने गैराज पर अपने मित्र स्टीव वोज़नियाक के साथ मिलकर कंप्यूटर बनाने पर शोध कार्य कर रहे थे. अगले साल इन्होंने अप्रैल फूल के दिन यानी 1 अप्रैल 1976 को अपनी कंपनी स्थापित की. इसकी स्थापना जॉब्स, वोज़नियाक और रोनाल्ड वेन ने मिलकर की थी. इन्होंने जनवरी 1977 को कंपनी का आधिकारिक नाम एप्पल कंप्यूटर इंक रखा व कंपनी रजिस्ट्रार के पास इसे रजिस्टर करवाया गया. अब यह एप्पल इंक के नाम से मशहूर और नामित है.
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Apple ने 16 अप्रैल 1977 को वोज़नियाक द्वारा बनाया गया एप्पल-II लांच किया. फिर, मई 1980 को IBM और Microsoft जैसी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा के उद्देश्य से Apple-III को लांच किया गया.

12 दिसंबर 1980 को एप्पल कंपनी ने अपना आईपीओ लांच किया. जिसकी कीमत $22 प्रति शेयर थी जिसके बाद Apple एक सार्वजनिक कंपनी बन गई. कई बार बोनस व स्प्लिट के बाद इसकी वर्तमान कीमत $220 प्रति शेयर से भी अधिक है.

एप्पल इंक का पूर्ण रूप एप्पल इंकॉर्पोरेटेड (Apple Incorporated) होता है.

इनोवेशन व विश्वशनीय प्रोडक्ट से एप्पल इंक हुई सफल (Success Story of Apple in Hindi)

शुरूआती दौर में प्रबंधकीय व IBM व माइक्रोसॉफ्ट से मिल रही टक्कर की वजह से एप्पल कंपनी को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा.

एप्पल-II के सफल लॉन्चिंग के बाद एप्पल ने अपने उत्पादों के लिए कई रिसर्च किए. इसी कड़ी में साल 1984 में कम्पनी ने प्रोग्रामिंग भाषा से लैस पहली पर्सनल कंप्यूटर, मैकिंटोश पेश किया. शुरुआत में तो इसकी बिक्री काफी अच्छी रही, लेकिन ऊँची कीमत और सीमित सॉफ्टवेयर के कारण इसकी बिक्री धीरे-धीरे कम होती गई.

लेकिन, इसमें कई और सुधार किए गए. इसके बाद साल 1990 में इसके नए मॉडल; मैकिंटोश क्लासिक, मैकिंटोश एलसी, और मैकिंटोश II एसआई पेश किए. इनकी काफी बिक्री हुई.

साल 1991 में, एप्पल ने पॉवरबुक पेश किया. इसके बाद भारी भरकम मैकिंटोश पोर्टेबल को एक ऐसे डिज़ाइन से बदल दिया, जो आधुनिक लैपटॉप के आकार और डिजाइन का था. इसी वर्ष, एप्पल ने सिस्टम 7 पेश किया. रंगीन इंटरफेस वाला यह ऑपरेटिंग सिस्टम आधुनिक मैक ऑपरेटिंग सिस्टम का आधार बना.

Apple अपने उपभोक्ताओं को मल्टीप्ल डिवाइस में कांटेंट एक्सेस करने देता है. ये संभव हो पाता है एप्पल की बंद ecosystem के कारण. दरअसल, एप्पल इंक के पास बड़ी क्लाउड प्रणाली पर आधारित data centre है. ये आपके कंटेंट को स्टोर करने में मदद करती है.

हालाँकि, एप्पल को माइक्रोसॉफ्ट के सस्ते OS विंडोज से कड़ी टक्कर मिल रही थी. दरअसल, एप्पल-II व मैकिंटोश पीसी के सफलता के बाद कम्पनी को IBM व माइक्रोसॉफ्ट ने पीसी के क्षेत्र में कड़ी टक्कर दी. लेकिन, अपने बेहतर उत्पाद के वजह से एप्पल बाजार में टिकी रही.

बहुत कम लोगो को पता है कि कई सारे टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट लांच कर चुकी है. 1990 के दशक में एप्पल ने कई उपभोक्ता केन्द्रित उत्पादों पर प्रयोग किया. जैसे, एप्पल क्विकटेक डिजिटल कैमरा, एप्पल पावरसीडी पोर्टेबल सीडी ऑडियो प्लेयर, एप्पल डिज़ाइन पावरड स्पीकर, एप्पल बानडई पिप्पिन वीडियो गेम कंसोल, इवर्ल्ड ऑनलाइन सेवा और एप्पल इंटरएक्टिव टेलीविजन बॉक्स टीवी उपकरण. प्रोडक्ट उतने सफल नहीं हुए थे. इस वजह से कम्पनी को काफी नुकसान भी हुआ. इसके बाद साल 1996 के आते-आते कम्पनी दिवालिया होने के करीब तक पहुँच गई. इसके बाद कम्पनी में व्यापक बदलाव व छंटनी भी की गई.

साल 1985 में कंपनी के बोर्ड ने कंपनी के संस्थापक सदस्य स्टीव जॉब्स को निकाल दिया था. दरअसल, दो साल पहले नियुक्त किये गए सीईओ जॉन स्कली के साथ उनका विवाद चल रहा था. बोर्ड ने स्कली का साथ देने का फैसला किया था. हालांकि कम्पनी की वित्तीय स्थिति खराब होने के बाद साल 1997 में स्टीव जॉब्स को वापस कम्पनी में ले लिया गया. साथ ही, कम्पनी छोड़ने के बाद उनके द्वारा खड़ी की गई कम्पनी नेक्स्ट को भी खरीद लिया.

9 जनवरी, 2007 को मैकवर्ल्ड एक्सपो में अपने भाषण के दौरान, जॉब्स ने घोषणा की कि अब एप्पल कंप्यूटर, इंक को “एप्पल इंक” के रूप में जाना जाएगा. इस इवेंट में आईफोन और एप्पल टीवी के लॉन्चिंग की घोषणा भी की गई.

प्रमुख उत्पाद (List of Apple’s Products in Hindi)

एप्पल इंक ने अपने शुरुआती दौर से अभी तक सैकड़ो उत्पाद पेश किए हैं. लेकिन उनके कुछ उत्पाद काफी प्रसिद्ध हुए हैं. कम्पनी अपने उत्पाद का डिज़ाइन खुद बनाती है. लेकिन हार्डवेयर को कई कंपनियों से मंगवाकर अस्सेम्ब्ल किया जाता है. एप्पल अपने सॉफ्टवेयर को भी खुद ही बनाती है. एप्पल का उत्पाद हैकिंग प्रूफ व सबसे उम्दा माने जाते है, ये इस बात से भी साबित होता है कि महंगे उत्पाद के बाद भी उनके उत्पाद को काफी लोग पसंद करते है. हालांकि कम्पनी के अधिकांश उपभोक्ता बेहद अमीर व मध्यम वर्ग के युवा है. तो आइये जानते है उनके ख़ास उत्पादों को-

मैक (मैकिंटॉश) लैपटॉप या पीसी (Mac PC in Hindi)

मैक ओएस ऑपरेटिंग सिस्टम से लैस यह निजी कंप्यूटर काफी लोकप्रिय हैं. इसके आईमैक, आल-इन-वन डेस्कटॉप कंप्यूटर, मैक मिनी सब डेस्कटॉप कंप्यूटर, मैकबुक प्रो, मैकबुक एयर, अल्ट्रा पोर्टेबल नोटबुक. कम्पनी ने 18 मार्च 2022 को मैक स्टूडियो पेश किया है.

एप्पल, मैक के लिए प्रो डिसप्ले एक्स डी आर, मैजिक माउस, मैजिक ट्रैकपैड, मैजिक कीबोर्ड, लेदर स्लीव, चार्ज केबल, एडाप्टर, सुपरड्राइव आदि विभिन्न कंप्यूटर सहायक उपकरण भी बेचता है.

कंपनी मैक के खरीद मूल्य में शामिल कई सॉफ्टवेयर भी विकसित करती है, जिसमें सफारी वेब ब्राउज़र, आईमूवी वीडियो संपादक, गैरेजबैंड ऑडियो संपादक और आईवर्क उत्पादकता सूट शामिल हैं.

इसके अतिरिक्त, एप्पल इंक वीडियो एनिमेशन के लिए फाइनल कट प्रो वीडियो एडिटर, मोशन , लॉजिक प्रो ऑडियो एडिटर, मेनस्टेज लाइव ऑडियो प्रोडक्शन के लिए, और मीडिया कम्प्रेशन और एन्कोडिंग के लिए कंप्रेसर सहित कई पेशेवर सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन बेचती है.

एप्पल इंक का आईफोन स्मार्टफोन (iPhone of Apple in Hindi)

अगस्त, 2022 तक आईफोन के 42 मॉडल तैयार किए गए है. iPhone में कई ऐसी खासियत है, जो इसे बाकि स्मार्टफोन से अलग बनाती है. iPhone सभी हार्डवेयर और सॉफ्टवेर Apple कंपनी खुद डिज़ाइन करती है व बनाती भी है. iPhone का अपना खुद का ऑपरेटिंग सिस्टम, IOS है, जो एंड्राइड से कई गुना सुरक्षित व बेहतर हैं. 7 सितम्बर 2022 को लॉन्च हुए iPhone 14 अपने iPhone श्रेणी का नवीनतम व अपडेटेड स्मार्टफोन हैं. iPhone के अन्य मॉडल है-

  • आईफोन 13
  • आईफोन 13 प्रो
  • आईफोन एसई (3री पीढ़ी)
  • आईफोन 12
  • आईफोन 11

iPhone 15: कई मीडिया रिपोर्ट्स में ऐप्पल आईफोन 15 सीरीज को 13 सितंबर को पेश होने का दवा किया जा रहा है. iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max में A17 बायोनिक चिपसेट के साथ छह CPU और GPU कोर होंगे. पिछली पीढ़ी के A16 बायोनिक में छह CPU कोर थे, लेकिन केवल पांच GPU कोर थे. इसलिए, अगली पीढ़ी के प्रोसेसर में एक अतिरिक्त GPU कोर होगा, जो गेमिंग एक्सपीरियंस बेहतर करेगा.

आईपैड (iPad)

ये एप्पल इंक की मीडिया टेबलेट है. इसका ऑपरेटिंग सिस्टम Mac और IOS का मिला-जुला संस्करण हैं. इसके ख़ास मॉडल है-

  • आईपैड (9वीं पीढ़ी)
  • आईपैड मिनी (छठी पीढ़ी)
  • आईपैड प्रो (5वीं पीढ़ी)
  • आईपैड एयर (5वीं पीढ़ी)

आईपॉड (iPod)

23 अक्टूबर 2001 को, एप्पल इंक ने डिजिटल म्यूजिक प्लेयर आईपॉड का शुभारंभ किया. 10 मई, 2022 को इसका उत्पादन बंद कर दिया. एप्पल द्वारा बंद किया जाने वाले ब्रांड में आईपॉड सबसे पुराना है. इसके मॉडल्स है- टच, नैनो, शफल, क्लासिक इत्यादि.

एप्पल वाच– ये एप्पल की स्मार्टवॉच (स्मार्ट घड़ी) होती है.

एप्पल टीवी – ये Apple की सेट-टॉप वीडियो डिवाइस होती है, जिसे की खासतोर से इसलिए बनाया गया है ताकि iTunes के कंटेंट्स को HD टेलेविजन्स में बेचा जा सके. इसके दो मॉडल है- एप्पल टीवी एचडी (पहले चौथी पीढ़ी) और एप्पल टीवी 4के (दूसरी पीढ़ी).

होमपॉड– ये एप्पल की स्मार्ट स्पीकर होती है.

सॉफ्टवेयर (Apple iOS Software in Hindi)

iOS ऑपरेटिंग सिस्टम (जिन्हें iPhone, iPad में इस्तमाल किया जाता है) और Mac OS X (जिन्हें Desktop Computer में इस्तमाल किया जाता है). वहीँ कम्पनी के पास कुछ ख़ास Proprietary software भी है, जिन्हें की Apple TV और Apple Watch में उपयोग किया जाता है.

एप्पल के सीईओ (CEOs Timeline in Hindi)

  • माइकल स्कॉट (1977 से 1981 तक)
  • माइक मर्क्कुला (1981 से 1983 तक)
  • जॉन स्कली (1983 से 1993 तक)
  • माइकल स्पिंडलर (1993 से 1996 तक)
  • गिल एमेलिओ (1996 से 1997 तक)
  • स्टीव जॉब्स (1997 से 2011 तक)
  • टीम कुक (2011 से वर्तमान तक)

स्टीव जॉब्स (Steve Jobs in Hindi)

आप एप्पल इंक की बात करें और; स्टीव जॉब्स की चर्चा न हो; ये नामुमकिन है. स्टीव जॉब्स एक छोटे व गरीब परिवार से आते थे. लेकिन, उन्होंने अपने मेहनत और कुशलता के दम पर दुनिया का सबसे मूलयवान कम्पनी खड़ा कर दिया. ये उनका ही करिश्मा है, कि एप्पल इंक के उत्पाद बाकि से कई गुना बेहतर माने जाते है.

माता-पिता ने त्यागा

एप्पल इंक के संस्थापकों में से एक, स्टीव जॉब्स को मूल माता-पिता ने त्याग दिया था. दरअसल, इनके असली पिता अब्दुलफत्तः जन्दाली एक सीरियाई मुस्लिम व; माता जोअन्नी सिम्पसन एक कैथोलिक ईसाई थी. 24 फरवरी 1955 को स्टीव जॉब्स का जन्म हुआ. लेकिन, इस वक्त तक इनके जैविक माता-पिता अविवाहित थे. जोअन्नी के पिता को यह रिश्ता मंजूर न था. लिहाजा बच्चे को किसी और को गोद दे दिया गया.

स्टीव को पहले एक अमीर दंपत्ति ने गोद लिया था. लेकिन, इस दंपत्ति ने किसी लड़की को गोद लेने की सोची. फिर, स्टीव को कैलिफोर्निया पॉल रेनहोल्ड जॉब्स और क्लारा जॉब्स ने गोद लिया. इन्हीं का सरनेम तब से स्टीव के नाम से जुड़ गया. पॉल मेकेनिक और क्लारा एकाउंटेंट थी. पॉल ने अपना गैराज का काम संभाल रखा था.

एप्पल इंक बनने का शुरुआत (Beginning of Apple Inc. in Hindi)

जब स्टीव 13 साल के थे, तो उनकी मुलाकात वोजनिआक से हुई. ये दोनों इलेक्ट्रॉनिक में रूचि रखते थे और होनहार थे. लिहाजा दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई.

इसके बाद साल 1972 में स्टीव जॉब्स ने गेमिंग प्रोग्राम बनाने का शुरुआत किया. लेकिन, इसमें उनका मन नहीं लगता था. फिर, 1974 में वे भारत आ गए. यहाँ उन्होंने 7 माह बिताया व फिर वापस अमेरिका लौट गए.

भारत में आकर स्टीव जॉब्स ने बौद्ध धर्म का गहरा अध्ययन किया. वस्तुतः बौद्ध धर्म एक नास्तिक धर्म है, जो विज्ञान के सबसे करीब है. शायद इसी चीज का स्टीव के जीवन पर गहरा असर हुआ.

लौटने के बाद 1976 में स्टीव जॉब्स की मुलाकात अपने पुराने मित्र वोजनिआक से हुई. इस मुलाकात के दौरान ही कंप्यूटर कम्पनी खोलने का विचार इनके मन में आया. इस तरह से एप्पल इंक कंपनी की स्थापना हुई. स्टीव जॉब्स का जुझारूपन एप्पल इंक के काफी काम आया. वे असफलता से सीखकर आगे बढ़ते गए व एप्पल इंक को दुनिया का प्रीमियम कंपनी बना डाला.

निधन व परिवार (Death & Family of Steve Jobs in Hindi)

साल 2003 में स्टीव को पैनक्रियाटिक कैन्सर हो गई. उन्होने इस बीमारी का ठीक से इलाज नहीं करवाया. इसी बीमारी के कारण, उनकी 5 अक्टूबर 2011 को हो गई. मृत्यु के वक्त वे अपने अपने घर, पालो अल्टो, कैलिफोर्निया में ही थी.

उनके मृत्यु पर अमेरिका के कई दिग्गज टेक कंपनियों ने भी शोक मनाया. स्टीव अपने पीछे पत्नी व तीन बच्चों का परिवार छोड़ गए.

जब स्टीव ने एप्पल कम्पनी की स्थापना की थी तो उनकी उम्र मात्र 21 साल था. अपने जीवनकाल के 55 साल में तकनिकी दुनिया को उन्होंने काफी कुछ दिया.

स्टीव के पहली पत्नी का नाम किर्स्टन ब्रेन्नन है. उन्होंने दूसरी शादी लोरिन पॉवेल से 1991 में की थी. यह शादी उनके जीवन के अंत तक चली. रीड, एरिन व ईव क्रमशः उनके बेटे व दो बेटिया हैं. स्टीव के बहन का नाम, मोना सिम्प्सन है. मोना की एक बेटी का नाम, लीज़ा ब्रेनन जॉब्स है.

टीम कूक (Tim Cook in Hindi)

इनका पूरा नाम टिमोथी डोनाल्ड कुक है. इनका जन्म 1 नवंबर, 1960 को हुआ था. टीम कुक को स्टीव जॉब्स के निधन से कुछ वक्त पहले ही, 24 अगस्त 2011 में एप्पल इंक का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) बनाया गया.

कुक मार्च 1998 में एप्पल इंक से जुड़े. इन्हें उस वक्त दुनिया भर में ऑपरेशन (संचालन) का काम वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में दिया गया. फिर ग्लोबल बिक्री और संचालन के कार्यकारी उपाध्यक्ष का काम इन्हें दिया गया. वे सीईओ बनने तक इसी पद पर रहे.

2012 में $378 मिलियन का कुल वेतन पैकेज कुक दिया गया. इस तरह वे दुनिया में सबसे अधिकवेतन पाने वाले सीईओ बन गए.

एप्पल इंक कंपनी का मालिक कौन है? (Owner of Apple Inc. in Hindi)

Apple एक सार्वजनिक कंपनी है, जिसका अमेरिकी अर्थ है कि इसके मालिक शेयरधारक होते हैं. इस कम्पनी में वेंगार्ड ग्रुप, इंक वर्तमान में सबसे बड़ा शेयरधारक है, जिसमें 7.7% शेयर बकाया हैं. इसकी तुलना में, दूसरे और तीसरे सबसे बड़े शेयरधारकों के पास लगभग 6.2% और 5.4% शेयर हैं. टिम कुक ऐप्पल के वर्तमान सीईओ हैं और इसके निदेशक मंडल में कार्य करते हैं.

एप्पल कम्पनी से जुड़े कुछ रोचक जानकारियां (Facts about Apple Inc. in Hindi)

  • एप्पल इंक साल 2021 में कुल $ 365.8 बिलियन कमाई के साथ यह कम्पनी दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनी और मई 2022 के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी है. इसमें से आधे से अधिक राजस्व iPhone की बिक्री से था,
  • साल 2021 तक, एप्पल बिक्री के मामले में दुनिया का चौथा सबसे बड़ा पर्सनल कंप्यूटर विक्रेता व स्मार्टफोन निर्माता है.
  • एप्पल II कंप्यूटर की अपने समय में सबसे अधिक बिक्री, एप्पल इंक कंपनी के विकास में मिल का पत्थर साबित हुई.
  • दुनिया भर में उनके 1.65 बिलियन एप्पल उत्पाद उपयोग में हैं.
  • एमाज़ॉन, फेसबुक, गूगल, और माइक्रोसॉफ्ट जैसी अमेरिकी कंपनियों के साथ ही एप्पल को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बिग फाइव में से एक माना जाता है.
  • एप्पल अपने ग्राहकों की जानकारी की सुरक्षा और गोपनीयता से कोई समझौता नहीं करती है.
  • साल 2016 में अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई ने Apple कंपनी से एक आतंकवादी का आईफोन अनलॉक करने के लिए संपर्क किया था. परंतु अपनी सुरक्षा नीतियों व ग्राहकों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाने के लिए एप्पल ने ऐसा करने से मना कर दिया था. हालांकि बाद में एफबीआई ने आईफोन के सुरक्षा तकनीक को भेद दिया था व वांछित जानकारी हासिल कर ली थी.
  • एप्पल कंपनी में कार्य करने वाला हर तीसरा आदमी भारतीय हैं.
  • पूरी दुनिया में Apple के लगभग 83,000 कर्मचारी है.
  • एप्पल हेडक्वार्टर के कर्मचारी हर साल 125,000$ कमाते है. वहीं, एप्पल कंपनी 300,000$ प्रति मिनट कमाती है.
  • एप्पल के CEO टिम कुक अपने कर्मचारियों को रोज सुबह 4.30 बजे मेल करते हैं.
  • एप्पल कंपनी के हर विज्ञापन में 9:41 का समय दिखाया जाता है.
  • इस कंपनी की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जापान में एक आदमी iPhone 6 खरीदने के लिए 7 महीने तक लाइन में लगा था.
  • एप्पल कंपनी में अपने आखिरी 15 साल तक जॉब्स ने सिर्फ 1 डॉलर बतौर सैलरी ली थी. इसके बावजूद जॉब्स की कुल पूंजी 7 बिलियन डॉलर से ज्यादा थी.
  • आईफोन में आई शब्द कम्पनी के कर्मी जोनाथन आईव के सम्मान में जोड़ा गया हैं. इनके व स्टीव जॉब्स के प्रयासों से 15 अगस्त, 1998 को, एप्पल ने मैकिंटोश 128K की याद ताजा करते हुए एक नया ऑल-इन-वन कंप्यूटर “आईमैक” पेश किया.
  • अगस्त 2018 में, एप्पल इंक 1 ट्रिलियन मूल्य वाली पहली लिस्टेड अमेरिकी कंपनी बन गई. इसके दो साल बाद ही एप्पल इंक $2 ट्रिलियन के मूल्य वाली कंपनी बन गई.
  • मैकबुक एप्पल की बैटरी बुलेट प्रूफ होती है, यानी बंदूक की गोली भी इसका नुकसान नहीं कर पाती हैं.
  • एप्पल का सबसे बड़ा कॉम्पिटिटर गूगल का एंड्राइड OS व सैमसंग मोबाइल है.
  • एप्पल इंक के सह संस्थापक रोनाल्ड वे ने अपने शेयर 800 अमरीकी डॉलर में बेच दिए थे. इसकी आज के समय मूल्य 40 अरब डॉलर है.
  • यह कम्पनी अपने राजस्व का दो-तिहाई अमेरिका से बाहर स्थित देशों (यानी विदेशों) से प्राप्त करती हैं.
  • एप्पल के आईफोन दुनिया भर के करीब 89 देशों में बेचे जाते हैं.
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