बिहार राज्य (Bihar State) उत्तर भारत का एक हिंदी-भाषी राज्य है. भौगोलिक रूप से यह उत्तर और पूर्व में स्थित है. बिहार राज्य भारत में आबादी के दृष्टि से तीसरा और क्षेत्रफल की दृष्टि से बारहवां सबसे बड़ा राज्य है. इस राज्य का जनघनत्व देश में सबसे अधिक है. बिहार राज्य की सीमाएं पूर्व में पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तर प्रदेश, दक्षिण में झारखण्ड और उत्तर में नेपाल से लगती है. बिहार राज्य की अंतररास्ट्रीय सीमा मात्र नेपाल से लगती है.
हिंदी बिहार राज्य का प्रथम और उर्दू दूसरा राजकीय भाषा है. राज्य में हिंदी और उर्दू के अलावा; भोजपुरी, मगही, अंगिका, मागधी व मैथिलि क्षेत्रीय स्तर पर बोले जाते है. मैथिलि बिहार राज्य की एकमात्र भाषा है जिसे संविधान के आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया है.
बिहार राज्य की स्थापना (Establishment of Bihar State in Hindi)
यह राज्य बंगाल का हिस्सा था. सरकारी नौकरियों में बिहार राज्य क्षेत्र के लोग नदारद थे. सभी छोटे और बड़े पदों पर बंगाली बाबुओं का कब्जा था. इस वजह से बिहार और बंगाल का विभाजन करने की मांग उठ रही थी. पूर्वी-और पश्चिमी बंगाल के गठन के बाद यह मांग जोड़ पकड़ने लगी.
अन्तःतः 12 दिसंबर 1911 को बिहार को अलग राज्य का दर्जा दे दिया गया. 22 मार्च 1912 को नए बिहार का गठन हुआ. पटना इसकी राजधानी बनाई गई. इस उपलक्ष में प्रतिवर्ष 22 मार्च को बिहार दिवस मनाया जाता है.
इसके बाद 1 अप्रैल, 1936 को बिहार राज्य से अलग कर उड़ीसा प्रांत बनाया गया और शेष क्षेत्र बिहार बना. 15 नवम्बर 2000 को बिहार राज्य के दक्षिणी हिस्से को इससे अलग कर दिया गया. इस तरह झारखण्ड का उदय हुआ. शेष उत्तरी राज्य बिहार के रूप में कायम रहा.
बिहार राज्य की भौगोलिक संरचना (Geographical Structure of Bihar in Hindi)
यह राज्य करीब आयताकार है. इसका विस्तार उत्तरी अक्षांश में 24 डिग्री 20′ 10″ से 27 डिग्री 31′ 15″ तथा पूर्वी देशांतर में 83 डिग्री 19′ 50″ से 88 डिग्री 17′ 40″ के बीच है. बिहार राज्य उत्तर से दक्षिण 345 किमी और पूर्व से पश्चिम 483 किमी लम्बा है. इसका कुल क्षेत्रफल 94,163 वर्ग किमी है, जो देश का 2.86 फीसदी है.
राज्य का 95 फीसदी हिस्सा मैदानी है, जो मध्य बिहार के दोनों तरफ फैला है. इस हिस्से में गंगा-नदी तंत्र फैली हुई है. यह हरेक वर्ष बाढ़ लाकर इलाके में जनजीवन प्रभावित करती है. बिहार के भौगोलिक क्षेत्र को तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है-
- उत्तर का पर्वतीय एवं तराई क्षेत्र: यह सोमेश्वर श्रेणी के तराई में लगभग 10 किलोमीटर चौ़ड़ा कंकर-बालू का निक्षेप है। इसके दक्षिण में तराई उपक्षेत्र है जो प्रायः दलदली है.
- भांगर क्षेत्र: यह पुराना जलोढ़ मिटटी का क्षेत्र है. समान्यतः यह आस पास के क्षेत्रों से 7 से 8 मीटर ऊँचा रहता है.
- खादर क्षेत्र: इसका विस्तार गंगा और गंडक से कोसी नदी के क्षेत्र तक सारे उत्तरी बिहार में है. इस इलाके में हरेक साल भीषण बाढ़ आती है.
बिहार राज्य का नामकरण (Naming of Bihar State in Hindi)
प्राचीन काल में बिहार एक प्रमुख बौद्ध केंद्र था. इसलिए राज्य के कई हिस्सों में अनगिनत बौद्ध विहारों का निर्माण हुआ. विहारों के अधिकता के कारण ही इसका नाम, बिहार रखा गया.
प्राचीन बिहार (Ancient Bihar)
बिहार राज्य को आधुनिक सभ्यताओं की स्थली कहा जा सकता है. यहाँ प्राचीन काल में, आज से करीब 2500 साल पहले कई राजवंशों ने शासन किया है. इनमें नन्द, मौर्य व गुप्त प्रमुख है. छठी और पांचवीं सदी ईसा पूर्व में इसी राज्य से बौद्ध व जैन धर्म का उदय हुआ. आजीवक सम्प्रदाय भी इसी क्षेत्र का माना जाता है.
इस समय देश का 40 फीसदी व्यापर बिहार राज्य व इसके आसपास के इलाकों में होता था. इनमें मगध, वैशाली, मिथिला, विदेहा, अंग, साक्य व वज्जि प्रमुख थे. व्यापारिक कर के लिए ही मगध और कलिंग के मध्य भीषण युद्ध हुआ था
मध्यकाल और तत्पश्चात (Medieval Era and Later on)
बिहार राज्य के शेरशाह ने ही मुगलों को सत्ता से बेदखल कर भारत के विकास को एक नई दिशा दी थी. अंग्रेजों के आगमन पर बक्सर में बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला और अंग्रेजों के मध्य भीषण लड़ाई हुआ था. साथ, ही 1857 के विद्रोह के वक्त वीर कुंवर सिंह ने बिहार से अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल फूंका था.
राज्य का चम्पारण सत्याग्रह व चौरा-चौरी काण्ड भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है. भारत छोडो आंदोलन के वक्त पटना कॉलेज में 7 छात्रों की शहादत भी अविस्मरणीय है. आज़ाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति के रूप में डॉ. राजेनर प्रसाद सिंह की नियुक्ति भी बिहार राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है.
बिहार राज्य के दर्शनीय स्थल (Tourist Spots of Bihar)
प्राचीन समय में बिहार राज्य एक मुख्य बौद्ध स्थली रहा है. प्राचीन मगध के सम्राट अशोक का विश्व में बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान रहा है. इसलिए, बिहार राज्य के कई बौद्ध स्थलों को बुद्ध सर्किट से जोड़ा गया है.
राजगीर, नालंदा, भागलपुर, चिरांद (सारण), बोधगया, केसरिया चम्पारण इत्यादि स्थल प्राचीन व बौद्ध धर्म से जुड़े स्थल है.
राज्य में कई अभ्यारण्य, हिन्दू तीर्थस्थल व नए विकसित पर्यटन स्थल भी है. सासाराम में शेरशाह सूरी का मकबरा भी वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है.
बिहार राज्य की अर्थव्यवस्था (Economy of Bihar)
राज्य का अर्थव्यवस्था उद्योगों के अभाव में कृषि आधारित है. राज्य की करीब 90 फीसदी आबादी कृषि व मजदूरी पर निर्भर है. इलाके के अधिकांश मजदूर व किसान खाली समय में रोजगार के तलाश में बिहार से पलायन कर जाते है.
ये पलायित लोग अन्य राज्यों को सस्ता श्रम उपलब्ध करवाते है. इस तरह से यह राज्य अपने मानव संसाधन का समुचित उपयोग नहीं कर पाता है.
बिहार राज्य में छिटपुट उद्योगों का विकास हुआ है. लेकिन, भारत के अन्य राज्यों के तुलना में यह काफी कम है.
राज्य से पटसन और गन्ना आधारित उद्योग का विनाश हो चूका है. राज्य में कुछ चीनी मिल फिलहाल बचे हुए है. इसी दौर में, डेरी व बोतलबंद पेय उद्योग का विकास हुआ है. राज्य में बरौनी तेलशोधक कारखाना, बिजली उत्पादन इकाइयां, रेलवे व सीमेंट के कई कारखाने भी है.
बिहार राज्य के प्रमुख उद्योग (Main Industries of Bihar)
राज्य के मुख्य उद्योग हैं –
- मुंगेर में सिगरेट कारखाना-आई टी सी, आई टी सी के अन्य उत्पाद अगरबत्ती, माचिस तथा चावल-आटा आदि का निर्माण, बंदुक फैक्टरी
- जमालपुर में रेल कारखाना (मुंगेर जिला)
- एशिया प्रसिद्ध रेल क्रेन कारखाना जमालपुर
- भागलपुर में सिल्क उधाेग
- मुजफ्फरपुर और मोकामा में ‘भारत वैगन लिमिटेड’ का रेलवे वैगन संयंत्र,
- बरौनी में भारतीय तेल निगम का तेलशोधक कारख़ाना
- एच.पी.सी.एल. और अमझोर का पाइराइट्स फॉस्फेट एंड कैमिकल्स लिमिटेड (पी.पी.सी.एल.) उर्वरक संयंत्र, बरौनी (बंद)
- सीवान, भागलपुर, पंडौल, मोकामा और गया में पांच बड़ी सूत कताई मिलें
- उत्तर व दक्षिण बिहार में 13 चीनी मिलें हैं, जो निजी क्षेत्र की हैं तथा 15 चीनी मिलें सार्वजनिक क्षेत्र की हैं जिनकी कुल पेराई क्षमता 45,00 टी. है.
- पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर और बरौनी में चमड़ा प्रसंस्करण के उद्योग.
- कटिहार और समस्तीपुर में तीन बड़े पटसन के कारखाने.
- हाजीपुर में दवाएं बनाने का कारख़ाना ,औरंगाबाद और पटना में खाद्य प्रसंस्करण और वनस्पति बनाने के कारखाने.
- बंजारी के कल्याणपुर सीमेंट लिमिटेड नामक सीमेंट कारखाना.
- औरंगाबाद का नया श्री सीमेंट का कारखाना.
- रेल इंजन कारखाना, मधेपुरा और मढ़ौरा.
- मोकामा के दरियापुर मे बाटा कम्पनी के जुते के कारखाने.
- बरौनी में सुधा डेयरी व पेप्सिको का बोतल प्लांट. यहाँ बिजली उत्पादन की इकाइयां भी है.
- बाढ़ व कहलगांव में एनटीपीसी का थर्मल प्लांट.
बिहार राज्य का नदी-तंत्र (River System in Bihar)
बिहार के बीचोबीच से होकर गंगा नदी बहती है. यह बिहार को दो भागो, उत्तरी व दक्षिणी बिहार का मैदान में विभाजित करती है. इस तरह उत्तरी बिहार और दक्षिणी बिहार में नदी तंत्र भी अपनी अलग विशेषताओं के लिए जाने जाते है. उत्तरी बिहार के नदियां जहाँ हिमालय से निकलती है और बारहमासी है. वहीं, दक्षिण बिहार की नदियां पठारों से निकलती है और बरसाती किस्म की है.
- उत्तरी बिहार की नदियां दक्षिण और पूर्व की तरफ बहती है. ये गंगा में आकर मिल जाती है. इनमें सरयू (घाघरा), गंडक, बूढी गंडक, बागमती, कमला-बलान, कोसी और महानंदा प्रमुख है. ये नदियां उत्तरी और मध्य बिहार में बाढ़ का मुख्य कारण है.
- दक्षिण बिहार की नदियां उत्तर दिशा की तरफ बहती है. ये गंगा या इसकी सहायक नदी में मिलती है. सोन, उत्तरी कोयल, पुनपुन, फल्गु, पंचाने व करमनासा इनमें प्रमुख है.
बिहार राज्य के मुख्य अभ्यारण्य (Main Sanctuaries of Bihar in Hindi)
भीम बांध अभ्यारण | मुंगेर | 1976 |
गोगाबिल पक्षी विहार | कटिहार | 2018 |
गौतम बुध वन्य जीव अभ्यारण्य | गया | 1976 |
कैमूर वन्य जीव अभ्यारण | कैमूर | 1979 |
नकटी डैम वन्य जीव अभ्यारण्य | जमुई | 1987 |
नागी डैम पक्षी अभ्यारण | जमुई | 1987 |
उदयपुर वन्य जीव अभ्यारण | पश्चिमी चंपारण | 1978 |
बाल्मीकि वन्य जीव अभ्यारण्य | पश्चिमी चंपारण | 1978 |
कांवर झील पक्षी अभ्यारण | बेगूसराय | 1989 |
पंत वन्य जीव अभ्यारण | नालंदा | 1978 |
विक्रमशिला डॉल्फिन जल जीव अभ्यारण | भागलपुर | 1991 |
कुशेश्वर पक्षी अभ्यारण | दरभंगा | 1994 |
बरेला झील सलीम अली पक्षी अभ्यारण | वैशाली | 1997 |
बिहार राज्य के प्रमंडल और जिले (Divisions and Districts of the State of Bihar)
इसे प्रशासनिक दृष्टि से 9 प्रमंडलों और 38 जिलों में विभाजित किया गया है. 2005 की सूचना के अनुसार बिहार में, 101 अनुमंडल, 534 प्रखंड, 8,471 पंचायत और 45,103 गांव हैं. ये निम्न प्रकार से है-
प्रमंडल | मुख्यालय | जिले (मंडल) |
सारण | सारण | सारण · गोपालगंज · सीवान |
भागलपुर | भागलपुर | भागलपुर · बाँका |
मुंगेर | मुंगेर | मुंगेर · खगड़िया · बेगूसराय · लखीसराय · शेखपुरा · जमुई |
तिरहुत | मुजफ्फरपुर | मुजफ्फरपुर · पूर्वी चंपारण · पश्चिम चंपारण · शिवहर · सीतामढी · वैशाली (हाजीपुर) |
दरभंगा | दरभंगा | दरभंगा · मधुबनी · समस्तीपुर |
पटना | पटना | पटना · भोजपुर · बक्सर · कैमुर · रोहतास · नालंदा |
कोसी | सहरसा | सहरसा · मधेपुरा · सुपौल |
मगध | गया | गया · अरवल · औरंगाबाद · जहानाबाद · नवादा |
पूर्णिया | पूर्णिया | पूर्णिया · अररिया · कटिहार · किशनगंज |
बिहार राज्य के मुख्यमंत्री (List of Chief Ministers in Bihar)
नाम | पद पर कार्यकाल | कार्यकाल की अवधि | |
श्रीकृष्ण सिंह | 26 जनवरी 1950 | 31 जनवरी 1961 | 11 वर्ष, 5 दिन |
दीप नारायण सिंह | 1 फ़रवरी 1961 | 18 फ़रवरी 1961 | 17 दिन |
बिनोदानंद झा | 18 फ़रवरी 1961 | 2 अक्टूबर 1963 | 2 वर्ष, 226 दिन |
कृष्ण वल्लभ सहाय | 2 अक्टूबर 1963 | 5 मार्च 1967 | 3 वर्ष, 154 दिन |
महामाया प्रसाद सिन्हा | 5 मार्च 1967 | 28 जनवरी 1968 | 329 दिन |
सतीश प्रसाद सिंह | 28 जनवरी 1968 | 1 फ़रवरी 1968 | 5 दिन |
बिन्देश्वरी प्रसाद मंडल | 1 फ़रवरी 1968 | 22 मार्च 1968 | 51 दिन |
भोला पासवान शास्त्री | 22 मार्च 1968 | 29 जून 1968 | 100 दिन |
रिक्त (राष्ट्रपति शासन) | 29 जून 1968 | 26 फ़रवरी 1969 | 242 दिन |
हरिहर सिंह | 26 फ़रवरी 1969 | 22 जून 1969 | 117 दिन |
भोला पासवान शास्त्री | 22 जून 1969 | 4 जुलाई 1969 | 13 दिन |
रिक्त | 6 जुलाई 1969 | 16 फ़रवरी 1970 | 225 दिन |
दरोगा प्रसाद राय | 16 फ़रवरी 1970 | 22 दिसम्बर 1970 | 310 दिन |
कर्पूरी ठाकुर | 22 दिसम्बर 1970 | 2 जून 1971 | 163 दिन |
भोला पासवान शास्त्री | 2 जून 1971 | 9 जनवरी 1972 | 222 दिन |
रिक्त | 9 जनवरी 1972 | 19 मार्च 1972 | 70 दिन |
केदार पांडे | 19 मार्च 1972 | 2 जुलाई 1973 | 1 वर्ष, 105 दिन |
अब्दुल गफ़ूर | 2 जुलाई 1973 | 11 अप्रैल 1975 | 1 वर्ष, 283 दिन |
जगन्नाथ मिश्र | 11 अप्रैल 1975 | 30 अप्रैल 1977 | 2 वर्ष, 19 दिन |
रिक्त | 30 अप्रैल 1977 | 24 जून 1977 | 55 दिन |
कर्पूरी ठाकुर | 24 जून 1977 | 21 April 1979 | 1 वर्ष, 301 दिन |
रामसुंदर दास | 21 April 1979 | 17 फ़रवरी 1980 | 302 दिन |
रिक्त | 17 फ़रवरी 1980 | 8 जून 1980 | 112 दिन |
जगन्नाथ मिश्र | 8 जून 1980 | 14 अगस्त 1983 | 3 वर्ष, 67 दिन |
चंद्रशेखर सिंह | 14 अगस्त 1983 | 12 मार्च 1985 | 1 वर्ष, 210 दिन |
बिंदेश्वरी दुबे | 12 मार्च 1985 | 13 फ़रवरी 1988 | 2 वर्ष, 338 दिन |
भागवत झा आजाद | 14 फ़रवरी 1988 | 10 मार्च 1989 | 1 वर्ष, 24 दिन |
सत्येन्द्र नारायण सिन्हा | 11 मार्च 1989 | 6 दिसम्बर 1989 | 270 दिन |
जगन्नाथ मिश्र | 6 दिसम्बर 1989 | 10 मार्च 1990 | 94 दिन |
लालू प्रसाद यादव | 10 मार्च 1990 | 28 मार्च 1995 | 5 वर्ष, 18 दिन |
रिक्त | 28 मार्च 1995 | 4 April 1995 | 7 दिन |
लालू प्रसाद यादव | 4 April 1995 | 25 जुलाई 1997 | 2 वर्ष, 112 दिन |
राबड़ी देवी | 25 जुलाई 1997 | 11 फ़रवरी 1999 | 1 वर्ष, 201 दिन |
रिक्त | 11 फ़रवरी 1999 | 9 मार्च 1999 | 26 दिन |
राबड़ी देवी | 9 मार्च 1999 | 2 मार्च 2000 | 359 दिन |
नितीश कुमार | 3 मार्च 2000 | 10 मार्च 2000 | 7 दिन |
राबड़ी देवी | 11 मार्च 2000 | 6 मार्च 2005 | 4 वर्ष, 360 दिन |
रिक्त | 7 मार्च 2005 | 24 नवम्बर 2005 | 262 दिन |
नितीश कुमार | 24 नवम्बर 2005 | 26 नवम्बर 2010 | 8 वर्ष, 177 दिन |
नितीश कुमार | 26 नवम्बर 2010 | 20 मई 2014 | |
जीतन राम मांझी | 20 मई 2014 | 22 फ़रवरी 2015 | 278 दिन |
नितीश कुमार | 22 फ़रवरी 2015 | 20 नवम्बर 2015 | 7 वर्ष, 272 दिन |
नितीश कुमार | 20 नवम्बर 2015 | 16 नवम्बर 2020 | |
नितीश कुमार | 16 नवम्बर 2020 | Incumbent | |
बिहार राज्य के राज्यपालों की सूचि (List of Governors of Bihar in Hindi)
- जयराम दास दौलतराम 15/8 1947 से 11/1/1948
- माधव श्रीहरि अने 12/01/1948 से 14/06/1952
- रंगनाथ रामचंद्र दिवाकर 15/6/1952 से 5/7/1957
- डॉ जाकिर हुसैन 6/7/1957 से 11/5/1962
- श्री अनंत शयनम अयंगर 12/5/1962 से 6/12/1967
- नित्यानंद कानूनगो 7/12/1967 से 20/1/1971
- न्यायमूर्ति उज्जवल नारायण सिन्हा ( कार्यवाहक) 21/1/1971 से 31/1/1971
- देवकांत बरुआ 1/2/1971 से 4/2/1973
- रामचंद्र धोंडीबा भंडारे 4/2/1973 से 15/6/1976
- जगन्नाथ कौशल 16/6/1976 से 27/5/1978
- न्यायमूर्ति कृष्ण बल्लभ नारायण सिंह (कार्यवाहक) 27/5/1978 से 26/6/1978
- जगन्नाथ कौशल 26/6/1878 से 31/1/1979
- कृष्ण बल्लभ नारायण सिंह (कार्यवाहक) 31/1/1979 से 20/9/1979
- डॉक्टर अखलाक उर रहमान किदवई 20/9/1979 से 14/3/1985
- पेंडेकांति वेंकटसुबैया 15/3/1985 से25/2/1988
- गोविंद नारायण सिंह 26/02/1988 से23/ 1/1989
- न्यायमूर्ति दीपक कुमार सेन 24/1/1989 से 28/1/1989
- आर.डी. प्रधान (कार्यवाहक) 29/01/1989 से 2/3/1989
- जगन्नाथ पहाड़िया 3/3/1989 से 2/2/1990
- न्यायमूर्ति जी.जी. सोहनी( कार्यवाहक) 2/2/1990 से 16/2/1990
- मोहम्मद युनिस सलीम 16/2/1990 से 13/2/1991
- बी सत्यनारायण रेड्डी 14/2/1991 से 18/3/1991
- मोहम्मद शफी कुरैशी 19/3/1991 से 13/7/1993
- डॉक्टर अखलाक उर रहमान किदवई 14/7/ 1993 से26/4/1998
- सुंदर सिंह भंडारी 27/4/1998 से 15/3/1999
- न्यायमूर्ति ब्रज मोहनलाल ( कार्यवाहक) 15/3/1999 से 5/10/1999
- सूरजभान 6/10/1999 से22/11/1999
- विनोद चंद्र पांडे 23/11/1999 से 12/06/2003
- एम रामा जोइस 12/6 2003 से 31 10/2004
- वेद प्रकाश मारवाह 1/11/2004 से 4/11/2004
- सरदार बूटा सिंह 5/11/2004 से 30/1/2006
- गोपाल कृष्ण सिंह 31/1/2006 से 21/6/2006
- रामकृष्ण सूर्यभान गवाई 22/6/2006 से 10/7/2008
- रघुनंदन लाल भाटिया 10/7/2008 से 28/6/2009
- देवानंद कुंवर 29/6/2009 से 21/3/2013
- डी वाई पाटिल 22/3/2013 से 26/11/2014
- केसरीनाथ त्रिपाठी 27/11/ 2014 से 15/08/2015
- श्री रामनाथ कोविंद 16/8/2015 से20/6/2017
- श्री केसरी नाथ त्रिपाठी 22/6/2017 से3/9/2017
- सत्यपाल मलिक 4/9/2017 से 22/8/2018
- लालजी टंडन 23/8/2018 से 28/7/2019
- फागू चौहान 29/7/2019 से अब तक
बिहार राज्य से जुड़े जरुरी तथ्य व जानकारियां (Important facts and information related to Bihar in Hindi)
- स्थापना – 22 मार्च 1912
- राजधानी – पटना
- उच्च न्यायालय – पटना
- राजकीय भाषा – हिंदी
- द्वितीय राजकीय भाषा – उर्दू
- राजकीय खेल – कबड्डी
- राजकीय पशु – बैल
- राजकीय पक्षी – गौरेया
- राजकीय पुष्प – गेंद फूल
- राजकीय वृक्ष – पीपल
- राजकीय चिन्ह – बोधि वृक्ष
- राजकीय मछली –मांगुर
- राज्य का महापर्व – छठ
- लोक नृत्य – करमा, धोबिया, कठघोड़वा, झरनी, झिझिया आदि
- आधिकारिक वेबसाइट- https://state.bihar.gov.in/main/CitizenHome.html
- लिंगानुपात (जनगणना 2011 के अनुसार)- 918
- सबसे बड़ा शहर- पटना
- दूसरा सबसे बड़ा शहर- भागलपुर
- 2011 की जनगणना के अनुसार जनसंख्या- 10,40,99,452
- पुरुष जनसंख्या – 5,42,78,157
- महिला जनसंख्या – 4,98,21,295
- भारत की कुल जनसंख्या में प्रतिशत- 8.6%
- औसतन वार्षिक वर्षा – 112 cm
- सबसे गर्म जिला- गया
- सबसे ठंडा जिला- गया
- प्रमुख वन का प्रकार –पर्णपाती
- जलवायु – मानसूनी
- सर्वाधिक वर्षा वाला जिला – किशनगंज
- न्यूनतम वर्षा वाला जिला- औरंगाबाद
- सबसे उत्तरी जिला – पश्चिमी चंपारण
- दक्षिणतम जिला – गया
- सबसे पूर्वी जिला – किशनगंज
- सबसे पश्चिमी जिला – कैमूर
- साक्षरता (2011) – 63.82%
- जनसंख्या घनत्व – 1,106 ( प्रति व्यक्ति वर्ग किलोमीटर)
- न्यूनतम जनसंख्या वाला जिला – शेखपुरा
- अधिकतम जनसंख्या वाला जिला – पटना
- न्यूनतम दशकीय जनसंख्या वृद्धि वाला जिला – गोपालगंज
- सर्वाधिक दशकीय जनसंख्या वृद्धि वाला जिला – मधेपुरा
- सर्वाधिक प्रति व्यक्ति आय वाला जिला – पटना
- न्यूनतम प्रति व्यक्ति आय वाला जिला – शिवहर
- सर्वाधिक साक्षरता वाला जिला – रोहतास (73%)
- न्यूनतम साक्षरता वाला जिला – पूर्णिया (51%)
- विधानमंडल – द्विसदनात्मक
- विधानसभा में सदस्यों की संख्या – 243
- विधान परिषद में सदस्यों की संख्या -75
- लोकसभा सदस्य की संख्या – 40
- राज्यसभा सदस्य की संख्या – 16
- लोकसभा मे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों की संख्या – 6
- प्रथम महिला मुख्यमंत्री- राबड़ी देवी
- प्रथम दलित मुख्यमंत्री- भोला पासवान शास्त्री (22 मार्च 1968 को नियुक्त, अविभाजित बिहार)
- विभाजित बिहार के प्रथम दलील मुख्यमंत्री- जीतनराम मांझी
- 12 फरवरी वर्ष 1948 में महात्मा गांधी के अस्थि कलश 12 तटों पर विसर्जित किए गए थे. बिहार राज्य का त्रिमोहिनी संगम (कटिहार जिला) भी उनमें से एक है.